कितने पढ़े-लिखे हैं Zomato के CEO दीपिंदर गोयल, जानें Enterpreneur बनने का सफर
Zomato CEO Deepinder Goyal: जोमैटो ऐप की मदद से लोग घर बैठे अपने लिए फूड ऑर्डर कर सकते हैं. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल कितने पढ़े-लिखे हैं. आज हम आपको उनकी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन के बारे में विस्तार से बताते हैं.
Zomato CEO Deepinder Goyal Qualification: आपने फूड डिलीवरी ऐप Zomato के बारे में सुना ही होगा. इस ऐप पर यूजर को अपने शहर के सभी रेस्टोरेंट की जानकारी मिल जाती है और वह अपने लिए घर बैठे ही खाना ऑर्डर भी कर सकता है. दीपिंदर गोयल इन दिनों काफी चर्चा में हैं. वह फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के को-फाउंडर और CEO हैं. हाल ही में Zomato ने अपना " प्योर वेज फ्लीट" प्लान वापस ले लिया था, जिसके चलते दीपिंदर सुर्खियों में आ गए.
क्या आप जानते हैं कि इतनी बड़ी फूड डिलीवरी कंपनी चलाने वाले दीपिंदर गोयल कितने पढ़े-लिखे हैं. उन्होंने कहां से शिक्षा प्राप्त की है और कैसे उन्होंने इतनी बड़ी कंपनी खड़ी कर दी. आपको बता दें कि दीपिंदर गोयल IIT दिल्ली के पूर्व छात्र हैं और जाने माने इंटरप्रेन्योर हैं. उनकी सफलता कई युवा इंटरप्रेन्योर्स के लिए प्रेरणा का काम करती है. उन्होंने अपने निवेश को कई बिजनेस क्षेत्रों में फैला रखा है. आज हम आपको उनकी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन के बारे में विस्तार से बताते हैं.
Deepinder Goyal की शिक्षा
दीपिंदर गोयल ने अपनी डिग्री इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली से पूरी की है. 2005 में उन्होंने मैथमैटिक्स और कम्प्यूटिंग में अपनी स्नातक की डिग्री पूरी की.
Enterpreneur बनने का सफर
दीपिंदर गोयल ने अपनी पेशेवर यात्रा मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म Bain & Company से शुरू की. यहीं से उन्हें इंटरप्रेन्योर बनने की प्रेरणा मिली और बाद में उन्होंने Zomato की स्थापना की. 2008 में पंकज चड्ढा के साथ मिलकर उन्होंने फूड डिलीवरी कंपनी की शुरुआत की, जिसे पहले Foodiebay नाम दिया गया था. एक साल बाद कंपनी का नाम बदलकर Zomato कर दिया गया. आज हम देश की जानी-मानी फूड डिलीवरी कंपनी है.
Zomato ने अन्य देशों में शुरू की सेवाएं
इसके बाद कंपनी ने वैश्विक बाजारों में कदम रखा और दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त अरब अमीरात, कनाडा और न्यूजीलैंड जैसे देशों में भी अपनी सेवाएं शुरू कीं.Zomato के अलावा दीपिंदर गोयल बिरा 91, हाइपरट्रैक, टेराडो और स्क्वाडस्टैक जैसे कई स्टार्टअप्स में भी निवेश करते हैं.