Prayagraj Mahakumbh Mela 2025: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेला 2025 में टेक्नोलॉजी का खूब इस्तेमाल किया जाएगा. इस बार करीब 45 करोड़ लोग मेले में आने की उम्मीद है. उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षित और सुचारू अनुभव सुनिश्चित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) और सोशल मीडिया आधारित समाधान शुरू किए हैं. लोगों की सुरक्षा, उनकी व्यवस्था और सुविधाओं के लिए सरकार ने कई नए तकनीकी तरीके अपनाए हैं. मेले के इतिहास में पहली बार भीड़ को मैनेज करने के लिए एआई टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं. 


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सुरक्षा के लिए AI कैमरे
रिपोर्ट्स के मुताबिक महाकुंभ मेला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजेश द्विवेदी ने बताया कि जिले और पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी लगभग 2,700 सीसीटीवी कैमरों द्वारा की जाएगी. इनमें से 328 कैमरे तो बहुत ही अत्याधुनिक हैं और इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. इन्हें 24/7 निगरानी प्रदान करने के लिए लगया गया है. 


ये कैमरे भीड़ बढ़ने पर अलर्ट जारी करेंगे, लापता लोगों को ढूंढने में मदद करेंगे और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाएंगे. इन कैमरों का पहले ही सफलतापूर्वक टेस्ट किया जा चुका है, जो बड़े आयोजन के लिए उनकी तैयारी सुनिश्चित करता है.


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डिजिटल खोया-पाया केंद्र
इस बार मेले में एक डिजिटल खोया-पाया केंद्र भी होगा. यह 1 दिसंबर 2024 से चालू हो जाएगा. अगर कोई व्यक्ति खो जाता है तो उसके परिवार वाले इस केंद्र में उसकी जानकारी दे सकते हैं. AI कैमरों और फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी की मदद से खोए हुए लोगों को ढूंढने की कोशिश की जाएगी. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी खोए हुए लोगों की जानकारी शेयर की जाएगी.


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सोशल मीडिया की मदद
सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी मेले में मदद के लिए किया जाएगा. प्रशासन लोगों को जरूरी जानकारी, खोए हुए लोगों की जानकारी और अन्य अपडेट सोशल मीडिया के जरिए देगा.