रिलायंस रिटेल अब भारत में भी तेजी से सामान पहुंचाने का काम शुरू कर रहा है. उन्होंने अपने JioMart ऐप के जरिए नवी मुंबई और बेंगलुरु के कुछ इलाकों में ये सेवा शुरू की है. इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, रिलायंस कंपनी जल्दी-जल्दी सामान पहुंचाने के बाजार में भी आना चाहती है, जिससे जोमैटो के ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और बिग बास्केट जैसी कंपनियों को और भी ज्यादा मुकाबला करना पड़ेगा.


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रिलायंस कंपनी पहले सिर्फ किराने का सामान ही जल्दी-जल्दी पहुंचाएगी, लेकिन बाद में कपड़े और छोटे-छोटे इलेक्ट्रॉनिक सामान भी पहुंचाना शुरू कर देगी. रिलायंस डिजिटल और ट्रेंड्स जैसे अपने स्टोर का इस्तेमाल करके कंपनी सामान 10-15 मिनट या 30 मिनट में पहुंचा देगी.


कैसे अलग है ब्लिंकिट, स्विगी से?


रिलायंस कंपनी ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और बिग बास्केट जैसी कंपनियों से अलग होने के लिए नए स्टोर नहीं खोलेगी. इसके बजाय, वे अपने पहले से मौजूद स्टोर और ग्रैब नाम की एक डिलीवरी कंपनी का इस्तेमाल करेंगे. रिलायंस कंपनी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए डिलीवरी चार्ज, प्लेटफॉर्म चार्ज और उछाल चार्ज नहीं लेगी, चाहे आप कितना भी सामान खरीदें. कंपनी छोटे शहरों और कस्बों में भी काम करना चाहती है, क्योंकि यहां अभी बहुत सारी कंपनियां इस तरह की सेवा नहीं दे रही हैं.


छोटे शहरों में पहुंचना है टारगेट


रिलायंस कंपनी 10,000 से 12,000 तरह के सामान बेचना चाहती है और इस तरह 1,150 शहरों में काम करना चाहती है. कंपनी का प्लान छोटे शहरों और कस्बों में भी काम करना है, क्योंकि यहां अभी बहुत सारी कंपनियां इस तरह की सेवा नहीं दे रही हैं.


रिलायंस कंपनी जल्दी-जल्दी सामान पहुंचाकर और ज्यादा सामान बेचकर अन्य कंपनियों से मुकाबला करना चाहती है. हालांकि, बड़े शहरों में ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से 30 मिनट में सामान पहुंचाना मुश्किल हो सकता है. लेकिन रिलायंस कंपनी बहुत अमीर है और बहुत तेजी से काम करती है, जिससे उन्हें फायदा हो सकता है.