मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस 2024 में, लेनोवो ने अपने लेटेस्ट आविष्कार से सबका ध्यान खींचा: एक ट्रांसपेरेंट स्क्रीन और लगभग ट्रांसपेरेंट कीबोर्ड वाला एक लैपटॉप. उन्होंने थिंकबुक ट्रांसपेरेंट डिस्प्ले लैपटॉप दिखाया, जिसमें 17.3 इंच की स्क्रीन है, और आप इसके पार चीजों को सचमुच देख सकते हैं. इस डिवाइस में 17.3-इंच का आकर्षक माइक्रोएलईडी डिस्प्ले है, जिसमें बेजल-लेस डिजाइन है. जब पैनल चालू होता है, तो यह 55 प्रतिशत तक ट्रांसपेरेंसी प्रदान करता है.


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यह लैपटॉप खासकर आर्टिस्ट्स के लिए


लेनोवो का दावा है कि यह पारदर्शी लैपटॉप खासकर आर्टिस्टों के लिए उपयोगी हो सकता है. आर्टिस्ट इस लैपटॉप पर डिजिटल आर्ट बनाते समय निचले हिस्से में टचस्क्रीन कीबोर्ड की तरह काम करने वाली जगह पर स्केचिंग कर सकते हैं, और साथ ही ऊपर की पारदर्शी स्क्रीन से असली चीजों को देख सकते हैं. हालांकि, हो सकता है कि कलाकारों को इस स्क्रीन से मिलने वाले रंग और स्पष्टता पसंद न आएं. बहरहाल, स्टाइलस पेन से कीबोर्ड पर ड्राइंग करना काफी मजेदार है.


लेनोवो का ये पारदर्शी लैपटॉप देखने में तो बहुत आकर्षक है, लेकिन अभी इसे रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए फिट नहीं माना जा सकता. यह भविष्य की सोच तो दिखाता है, लेकिन अभी तक इसकी उपयोगिता पर सवाल उठते हैं. हो सकता है भविष्य में टेक्नोलॉजी और भी विकसित हो जाए, और ऐसे लैपटॉप इस्तेमाल करने के लिए ज्यादा व्यावहारिक बन जाएं.


अभी कई दिक्कतें भी


लेनोवो ने इस लैपटॉप को दिखाते हुए बताया कि यह एक सामान्य लैपटॉप की तरह ही काम करता है और इसमें सारे फीचर्स मौजूद हैं. लेकिन, अभी की टेक्नोलॉजी इसे रोज़मर्रा के कामों के लिए पूरी तरह से इस्तेमाल करने लायक नहीं बनाती है. कई सवाल उठते हैं, जैसे ट्रांसपेरेंट स्क्रीन पर अलग-अलग जगहों पर इस्तेमाल करने पर पढ़ाई में दिक्कत होगी या नहीं, स्क्रीन पर चमक ज्यादा होगी या नहीं, और क्या इससे किसी की निजता भंग हो सकती है. अभी के लिए रंग उतने अच्छे नहीं दिखते हैं और स्क्रीन को थोड़ा कम पारदर्शी होना चाहिए ताकि चीजें साफ दिखें. चूंकि कीबोर्ड भी पारदर्शी है और उसमें असली बटन नहीं हैं, तो स्क्रीन की रोशनी उस पर पड़ती है और टच कीबोर्ड ठीक से दिखाई नहीं देता.