हैकर्स ने बिछाया जाल और Myntra को हो गया 50 करोड़ रुपये का नुकसान, जानिए आखिर हुआ क्या था
यह धोखाधड़ी इस साल मार्च से जून के बीच हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, धोखेबाजों ने Myntra के रिफंड सिस्टम का फायदा उठाया. उन्होंने ब्रांडेड जूते, कपड़े, कॉस्मेटिक्स और ज्वैलरी जैसे महंगे सामानों के बड़े-बड़े ऑर्डर दिए.
Myntra को कथित तौर पर एक सोची-समझी धोखाधड़ी के कारण 50 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है. हालांकि कंपनी ने बेंगलुरु पुलिस में 1.1 करोड़ रुपये का आधिकारिक तौर पर मामला दर्ज कराया है, लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश भर में कुल नुकसान बहुत अधिक है और यह धोखाधड़ी इस साल मार्च से जून के बीच हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, धोखेबाजों ने Myntra के रिफंड सिस्टम का फायदा उठाया. उन्होंने ब्रांडेड जूते, कपड़े, कॉस्मेटिक्स और ज्वैलरी जैसे महंगे सामानों के बड़े-बड़े ऑर्डर दिए.
रिफंड सिस्टम का उठाया फायदा
सामान मिलने के बाद, वे झूठी शिकायतें दर्ज कराते थे, जिसमें दावा किया जाता था कि प्राप्त वस्तुओं की संख्या ऑर्डर की गई संख्या से कम है या उत्पाद गलत या नकली हैं. उदाहरण के लिए, अगर किसी ने 10 जोड़ी जूते ऑर्डर किए थे, तो वे दावा करते थे कि केवल पांच ही डिलीवर किए गए थे और शेष वस्तुओं के लिए रिफंड का अनुरोध करते थे. कपड़ों के लिए रंग और आकार के मिलान में समस्याओं सहित इसी तरह की शिकायतें की गई थीं.
धोखेबाजों ने उड़ाए कई पैसे
Myntra की ग्राहक सेवा असली समस्याओं को सुलझाने के लिए है. लेकिन धोखेबाजों ने इस सेवा का गलत इस्तेमाल किया. Myntra के ऐप पर आप शिकायत कर सकते हैं कि सामान नहीं मिला, गलत सामान मिला या सामान खराब है. कई बार कंपनी बिना ज्यादा पूछे ही पैसे वापस कर देती है. इसी का फायदा उठाकर धोखेबाजों ने बहुत सारा पैसा हासिल किया.
चाय की दुकानों में बुलाए ऑर्डर
कंपनी ने खुद जांच की तो पता चला कि सिर्फ बेंगलुरु में ही 5,500 से ज्यादा झूठे ऑर्डर दिए गए थे. ये सब राजस्थान के जयपुर से किया गया था.धोखेबाज लोग जयपुर से ऑर्डर देते थे, लेकिन सामान बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में मंगवाते थे. कुछ सामान तो चाय की दुकानों, दर्जी की दुकानों और छोटी किराना दुकानों पर भी भेजे गए थे, जिससे धोखाधड़ी का पता लगाना मुश्किल हो गया.
Myntra के एक अधिकारी ने पुलिस में शिकायत की कि सिर्फ बेंगलुरु में ही कंपनी को कितना नुकसान हुआ है. कंपनी शुरू में पूरे देश में हुए नुकसान की शिकायत करना चाहती थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले सिर्फ बेंगलुरु के मामले की शिकायत करने की सलाह दी. पुलिस अब जांच कर रही है और धोखेबाजों को पकड़ने की कोशिश कर रही है.