NAMO Drone Didi Scheme: गणतंत्र दिवस से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक रैली को संबोधित किया. इन रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल रहे. लोगों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने नमो ड्रोन दीदी योजना शुरू की है. इससे महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप्स को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्हें ड्रोन दिए जा रहे हैं. भविष्य में ये नमो ड्रोन दीदी ग्रामीण इकोनॉमी और खेती किसानी की बहुत बड़ी ताकत बनने जा रही है. आइए आपको इस नमो ड्रोन दीदी योजना के बारे में बताते हैं.


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पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण के बाद नमो ड्रोन दीदी योजना को लॉन्च किया गया था. इस योजना का लक्ष्य पूरे भारत में कम से कम 15,000 महिलाओं को 'ड्रोन दीदी' के रूप में ट्रेनिंग देना है. मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली इन महिलाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग प्रदान करना है. इससे महिलाओं को कृषि में बढ़ावा दिया जाता है. इस योजना से महिलाओं की कृषि में हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी. 


पहले बैच में 300 महिलाओं को दी गई ट्रेनिंग


जानकारी के मुताविक इस योजना के तहत पहले बैच की 300 महिलाओं ने इंडियन फार्मर फर्टीलाइजर कॉर्परेटिव (IFFCO) द्वारा गुड़गांव की ट्रेनिंग कंपनी ड्रोन डेस्टिनेशन के सहयोग से ट्रेनिंग हासिल की. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और अन्य कई राज्यों की महिलाओं ने ड्रोन पायलट के रूप में अपनी ट्रेनिंग कंपलीट की. 


जानें कौन कर सकता है अप्लाई
इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा महिलाएं ले सके इसलिए सरकार ने बहुत ही मामूली योग्यता रखी है. इस योजना के लिए कोई भी महिला अप्लाई कर सकती है, जिसने 10वीं पास की हो और उसकी उम्र 18 से 65 वर्ष के बीच हो. साथ ही महिला शारीरिक रूप से स्वस्थ हो और स्वयं सहायता समूह की सदस्य होनी चाहिए.