Cash और Cards रखने की जरूरत नहीं, आ गया Contactless Wearable Payment
अब घर से निकलते वक्त जेब में कैश या क्रेडिट या डेबिट कार्ड रखने की जरूरत नहीं है. और हां, अब आपको पेमेंट के लिए मोबाइल निकालने की भी जरूरत नहीं है. अब आप पेट्रोल भरवाने या किसी स्टोर से समान खरीदने के लिए सिर्फ एक घड़ी की मदद से पेमेंट कर सकते हैं. आइए बताते हैं इस शानदार टेक्नोलॉजी के बारे में...
अब पेमेंट के लिए घड़ी का होगा इस्तेमाल
कोरोना वायरस संक्रमण के बाद Contactless और Digital Payment का खूब इस्तेमाल होने लगा है. अभी तक लोग सिर्फ टच एंड पे (Touch & Pay) और यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) का ही इस्तेमाल करते रहे हैं. लेकिन अब घड़ी की मदद से पेमेंट करने की तकनीक आ गई है. इन्हें वियरेबल पेमेंट डिवाइस (wearable payment devices) भी कहा जाता है.
SBI और Axis Bank ने शुरू की है सेवा
हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) और एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए वियरेबल पेमेंट की शुरुआत की है. ये दोनों बैंक ऐसी घड़ियां उपलब्ध करा रहे हैं जिन्हें मशीन के पास लाते ही पेमेंट हो जाती है.
5000 रुपये तक की हो सकती है पेमेंट
हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने Contactless ट्रांजेक्शन की सीमा 2000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये कर दिया है. यानी 5000 रुपये तक के पेमेंट के लिए आपको पिन नंबर डालने की जरूरत नहीं है. किसी वाई-फाई कार्ड (Wi-Fi Card) या फिर वियरेबल डिवाइस (Wearable Device) की मदद से पेमेंट की जा सकती है.
नई नहीं है ये टेक्नोलॉजी
वियरेबल पेमेंट डिवाइस की तकनीक भले भारत में अब लॉन्च हो रहा हो. लेकिन ये टेक्नोलॉजी नई नहीं है. अमेरिका और यूरोप समेत कई देशों में स्मार्टवॉच (Smartwatch) की मदद से पेमेंट किए जाते हैं. बताते चलें कि एप्पल (Apple), सैमसंग (Samsung) और फिटबिट (Fitbit) के स्मार्टवॉच में पेमेंट ऑप्शन पहले से ही मौजूद है.
कोरोना वायरस महामारी के बाद हुआ फैसला
कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद ज्यादातर लोग कैश या कार्ड से पेमेंट करने में कतरा रहे हैं. दुनियाभर में अब लोग डिजिटल और कॉन्टेक्टलैस पेमेंट को ही तरजीह दे रहे हैं.