दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी कंपनी Samsung Electronics के कई कर्मचारियों ने मिलकर हड़ताल कर दी है. ये कर्मचारी यूनियन के साथ मिलकर काम करते हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ये हड़ताल बेहतर वेतन और काम करने की स्थिति की मांग को लेकर की गई है. यूनियन के अध्यक्ष सोन वू-मोक के अनुसार, नेशनल सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स यूनियन (NSEU) जो कंपनी के लगभग 28,000 कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है, यानी पूरे सैमसंग वर्कफोर्स का पांचवा हिस्सा, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया है. इस हड़ताल में कर्मचारी तब तक काम नहीं करेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं.


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क्या है डिमांड?


यूनियन की मुख्य मांगों में बोनस प्रणाली में सुधार और सालाना छुट्टी के एक अतिरिक्त दिन का मिलना शामिल है. ये हड़ताल कंपनी प्रबंधन और यूनियन के बीच कई असफल बातचीत के बाद शुरू हुई है. यूनियन अध्यक्ष सोन ने यूट्यूब पर लाइव प्रसारण में घोषणा की, 'हम आज आम हड़ताल की घोषणा कर रहे हैं. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम 'नो वर्क-नो पे' की आम हड़ताल के साथ लड़ेंगे.'


इस बार की स्ट्राइक बड़ी


ये हड़ताल 7 जून को हुई एक और हड़ताल के बाद शुरू हुई है. जून वाली हड़ताल सैमसंग में अब तक की पहली हड़ताल थी और उसमें मुख्य रूप से कंपनी के सेमीकंडक्टर (चिप बनाने वाला) विभाग के कर्मचारी शामिल थे. लेकिन इस बार की हड़ताल सिर्फ सैमसंग के लिए ही नहीं बल्कि पूरे दक्षिण कोरिया के लिए भी महत्वपूर्ण है.  दरअसल, कई सालों तक सैमसंग ने अपनी कंपनी में यूनियन बनाने की इजाजत नहीं दी थी. हाल ही में जाकर कर्मचारियों को मिलकर यूनियन बनाने की छूट मिली है. 


पहले कंपनी को हो चुका है नुकसान


हाल ही में Samsung Electronics को, खासकर अपने चिप बनाने वाले महत्वपूर्ण विभाग में, कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है. कंपनी ने पिछले साल एक दशक से भी ज्यादा समय में सबसे कम मुनाफा कमाया था. साथ ही, एआई चिप्स जैसे तेजी से बढ़ते बाजार में कंपनी अपने प्रतिस्पर्धियों से पिछड़ रही है.


क्या मार्केट से कम हो जाएंगे Samsung फोन?


सैमसंग ने इस हड़ताल को कितने दिन तक चलने का अनुमान है और इससे कंपनी के काम पर क्या असर पड़ेगा, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. हालांकि, कंपनी ने पहले कहा था कि पहले हुई हड़तालों से प्रोडक्शन या बिजनेस पर कोई असर नहीं पड़ा था.