भारत में ऑनलाइन स्कैम्स लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कुछ महीनों से लोगों के पास इंटरनेशनल कॉल्स और मैसेज आ रहे हैं. स्कैमर्स अब वॉट्सएप का सहारा लेकर लोगों का पैसा चुरा रहे हैं. बढ़ते मामलों को देखते हुए और सावधानी बरतने के लिए टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने भारतीयों से अनुरोध किया है कि वे अनजान नंबरों से आए कॉल्स को न उठाएं. आइए जानते हैं डिटेल में...


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न पिक करें अनजान नंबर से आए कॉल्स
स्पैम कॉल्स और बढ़ते धोखाधड़ी पर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने देश भर में रहने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण अनुरोध पर जोर दिया. उन्होंने उनसे "अज्ञात नंबरों" से मोबाइल फोन कॉल का जवाब देने से परहेज करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, 'लोगों को अनजान नंबर्स से आई कॉल्स का जवाब नहीं देना चाहिए. मैं हर भारतीय से अनुरोध करता हूं कि वो सिर्फ उन नंबर्स से आए कॉल्स का जवाब दें जिन्हें वो पहचानते हैं.'


40 लाख सिम को किया गया ब्लॉक
अश्विनी वैष्णव ने आगे खुलासा किया कि दूरसंचार मंत्रालय ने साइबर धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं से निपटने के लिए अतिरिक्त उपाय किए हैं. वैष्णव ने स्पैम कॉल और साइबर धोखाधड़ी से निपटने के लिए मंत्रालय द्वारा 'संचार साथी' पोर्टल की हालिया शुरुआत पर जोर दिया. उन्होंने खुलासा किया कि सरकार ने 40 लाख से अधिक गलत सिम कार्ड और 41,000 अनधिकृत 'प्वाइंट ऑफ सेल' एजेंटों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है.


क्या है संचार साथी?
संचार साथी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित पोर्टल है जिसका उद्देश्य यूजर्स को ऑनलाइन दूरसंचार धोखाधड़ी को रोकने में मदद करना है. इस पोर्टल में विभिन्न सुविधाएं हैं जो व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा करने और यूजर्स को अपने फोन कनेक्शन पर नियंत्रण रखने में सहायता प्रदान करती हैं. यह पोर्टल खोए हुए या चोरी हुए फोनों से संबंधित मुद्दों को हल करने में मदद करता है. यूजर्स को अपने खोए गए फोन का पता लगाने और उसे रिमोटली ब्लॉक करने या डिलीट करने की सुविधा प्रदान की जाती है. संचार साथी यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न सुरक्षा कार्यों का निरीक्षण करता है, जैसे कि मैसेज एन्क्रिप्शन, सुरक्षित वेब ब्राउजिंग, फ़ायरवॉल सुरक्षा और मैलवेयर द्वारा आक्रमणों से सुरक्षा.