टाटा कंपनी की शुरुआत 1868 में हुई थी और यह भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है. यह कंपनी 150 से ज्यादा देशों में काम करती है और बहुत सारे अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट्स और सेवाएं देती है. टाटा कंपनी होटल, बिजली, कंप्यूटर, एयरलाइंस, सामान और गाड़ियों के कारोबार में भी है. टाटा कंपनी के अलग-अलग हिस्सों का प्रबंधन अलग-अलग लोगों के हाथ में है. 31 मार्च, 2024 तक, टाटा कंपनी के 26 हिस्सों की कुल कीमत 365 बिलियन डॉलर से ज्यादा थी.  रतन टाटा 2017 में टाटा कंपनी के प्रमुख पद से हट गए थे, लेकिन आज भी वे भारत के बिजनेस और चैरिटी के क्षेत्र में बहुत अहम हैं. बड़े होने के बावजूद, वे टाटा ट्रस्ट के जरिए कई चैरिटी काम करते हैं. उनके बाद टाटा कंपनी के प्रमुख नटराजन चंद्रशेखरन बने.


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खेतों में किया काम


नटराजन चंद्रशेखरन, जिन्हें लोग एन चंद्रशेखरन के नाम से जानते हैं, उनका जन्म 2 जून 1963 को तमिलनाडु के एक छोटे से गांव मोहनूर में हुआ था. उनका परिवार खेती करता था. उन्होंने अपना करियर 1987 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) में एक इंटर्न के रूप में शुरू किया था. बहुत मेहनत करने और अपनी विशेषज्ञता के कारण, उन्हें सितंबर 2007 में टीसीएस का सीओओ बना दिया गया.


संभालते हैं 100 से ज्यादा कंपनियां


एन चंद्रशेखरन ने 2009 से 2017 तक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का नेतृत्व किया. इसके बाद, उन्हें टाटा संस का अध्यक्ष बनाया गया. टाटा संस टाटा ग्रुप की मुख्य कंपनी है. एन चंद्रशेखरन टाटा संस के पहले अध्यक्ष हैं जो टाटा परिवार से नहीं हैं. उनके अधीन टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाटा पावर और इंडियन होटल्स जैसी 100 से ज्यादा कंपनियां हैं.


मुकेश अंबानी के हैं पड़ोसी


एन चंद्रशेखरन मुंबई में मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के नजदीक एक बेहद आलीशान डुप्लेक्स फ्लैट में रहते हैं. इस फ्लैट की कीमत 98 करोड़ रुपये है.