सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में लोग एक जगह से पानी पी रहे हैं. ये लोग मान रहे हैं कि ये पानी भगवान कृष्ण का पवित्र पानी है. लेकिन बहुत से लोग कह रहे हैं कि ये पानी एसी का पानी है, जिसे फेंक दिया गया था. ये वीडियो वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर का बताया जा रहा है. बता दें, एसी का पानी शरीर के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है. इससे खतरनाक बीमारी भी हो सकती है.


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एक्सपर्ट्स ने बताया खतरनाक


सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद, स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को बिना सोर्स की पुष्टि किए पानी पीने के खिलाफ चेतावनी देने के लिए आगे आए हैं. हेपेटोलॉजिस्ट साइरिएक एबी फिलिप्स ने पोस्ट किया है. उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा, ये पानी पीना बहुत खतरनाक हो सकता है.


हो सकता है लीजियोनेयर रोग


उन्होंने आगे बताया कि एसी में कई तरह के बैक्टीरिया और फंगस पनपते हैं. अगर आप इस पानी को पीते हैं, तो आपको एक बीमारी हो सकती है, जिसका नाम है लीजियोनेयर रोग. इसलिए, बिना जाने-पहचाने किसी भी पानी को पीने से बचें.


क्या है लीजियोनेयर रोग?


लीजियोनेयर रोग एक गंभीर बीमारी है, यह एक गंभीर प्रकार का निमोनिया है. ये बैक्टीरिया पानी में पाए जाते हैं, जैसे नदियों और झीलों में. लेकिन ये बैक्टीरिया एसी, हॉट टब, और पाइपलाइन में भी पनप सकते हैं. जब हम इस पानी को सांस के साथ ले लेते हैं, तो हमें ये बीमारी हो सकती है. इस बीमारी में तेज बुखार, खांसी, और सांस लेने में तकलीफ होती है. बुजुर्ग लोग, धूम्रपान करने वाले, और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं.


 



 


एसी से जो पानी निकलता है, वो पीने के लिए सुरक्षित नहीं होता है. इस पानी में बहुत सारे हानिकारक बैक्टीरिया और फंगस हो सकते हैं. ये बैक्टीरिया और फंगस एसी के अंदर पनपते हैं और पानी में मिल जाते हैं. इसके अलावा, एसी के पाइप्स में मौजूद धातुएं भी पानी में मिल सकती हैं, जो हमारे लिए हानिकारक हो सकती हैं. इसलिए, एसी के पानी को न पीएं और न ही इसे अपने शरीर पर लगाएं.


पेड़-पौधों के लिए भी अच्छा नहीं


एसी का पानी पौधों के लिए भी अच्छा नहीं है. इस पानी में पौधों के लिए जरूरी पोषक तत्व नहीं होते हैं. इसके अलावा, ये पानी मिट्टी की क्वालिटी को भी खराब कर सकता है. इस पानी में कई तरह के हानिकारक तत्व हो सकते हैं, जो मिट्टी और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकते हैं. सिर्फ बाहर की सफाई या टॉयलेट फ्लश करने के लिए ही इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.