Apple WWDC 2024: Apple ने iOS 18 में सैटेलाइट मैसेजिंग फीचर पेश करके सबको चौंका दिया है. यह फीचर iPhone 14 और इसके आगे की सीरीज के यूजर्स को सेल्युलर कनेक्टिविटी न होने पर भी SOS संदेश भेजने और प्राप्त करने की सुविधा देता है. इसका इस्तेमाल करके बिना नेटवर्क कनेक्शन के मैसेज किया जा सकता है. ये एक इमरजेंसी फीचर की तरह है और ऐसे में अगर आप किसी रिमोट एरिया में पहुंच जाते हैं जहां पर आपको नेटवर्क नहीं मिल पा रहा है तो आप बड़ी ही आसानी से मैसेज भेज सकते हैं.


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यह कैसे काम करता है?


iPhone 14 में नए A16 Bionic चिप में एक शक्तिशाली Globalstar मॉडेम चिप शामिल है.
जब आप सेल्युलर टावर से कनेक्ट नहीं होते हैं, तो iPhone स्वचालित रूप से उपलब्ध उपग्रहों की तलाश करता है.
कनेक्शन स्थापित होने पर, आप SOS संदेश भेज और प्राप्त कर सकते हैं, अपनी लोकेशन शेयर कर सकते हैं, और एसओएस सेवाओं से संपर्क कर सकते हैं.


यह क्यों खास है?


यह उन लोगों के लिए जीवन रक्षक हो सकता है जो दूरदराज के क्षेत्रों में यात्रा करते हैं या प्राकृतिक आपदाओं में फंस जाते हैं.
यह पर्वतारोहियों, कैंपर्स और बाहरी गतिविधियों में भाग लेने वाले अन्य लोगों के लिए भी उपयोगी है.
यह सेल्युलर नेटवर्क से वंचित ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए संचार का एक महत्वपूर्ण साधन हो सकता है.


कुछ महत्वपूर्ण बातें:


सैटेलाइट मैसेजिंग केवल SOS संदेशों तक ही सीमित है। आप इसका उपयोग नियमित टेक्स्ट संदेश भेजने या प्राप्त करने के लिए नहीं कर सकते हैं.
यह फीचर केवल iPhone 14 सीरीज के यूजर्स के लिए उपलब्ध है.
सैटेलाइट मैसेजिंग के लिए स्पष्ट आसमान की आवश्यकता होती है.
यह सेवा फ्री नहीं है। Apple ने अभी तक इसकी कीमतों की घोषणा नहीं की है.
कुल मिलाकर, iPhone में सैटेलाइट मैसेजिंग एक क्रांतिकारी फीचर है जो लोगों को संकट की स्थिति में जुड़े रहने में मदद कर सकता है। यह जीवन बचाने और दूरदराज के क्षेत्रों में संचार को बेहतर बनाने की क्षमता रखता है.