WhatsApp Group Scam: व्हाट्सएप एक इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप है, जिसका इस्तेमाल दुनियाभर में करोड़ों लोग करते हैं. इसकी पॉपुलैरिटी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर देश में इसके यूजर्स हैं. यह प्लेटफॉर्म अब स्कैमर्स से भी अछूता नहीं रहा है. व्हाट्सऐप पर अब एक नए तरह का स्कैम सामने आया है. इस बार जालसाज फर्जी ग्रुप कॉल में शामिल होने के लिए लोगों को बरगला रहे हैं. इससे आपका व्हाट्सएप अकाउंट भी चोरी हो सकता है. लोगों को अपने जाल में फंसाकर स्कैमर्स उनके दोस्तों-रिश्तेदारों से पैसों की मांग करते हैं. 


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लोगों को अपने जाल में कैसे फंसाते हैं स्कैमर?


1. सबसे पहले जालसाज लोगों को फोन करते हैं और किसी ग्रुप चैट का मेम्बर बताकर उनका विश्वास जीतने की कोशिश करते हैं.
2. जालसाज फर्जी फोटो और नाम का इस्तेमाल करते हैं, जिससे लोग उन्हें असली समझें. 
3. फोन पर स्कैमर लोगों को बताते हैं कि वो एक कोड (OTP) भेजेंगे, जिसे ग्रुप कॉल में शामिल होने के लिए डालना है.
4. फिर वे कहते हैं कि उस कोड (ओटीपी) को उनके साथ शेयर कर दें ताकि आप कॉल में शामिल हो सकें. 


यह कोड आपके व्हाट्सएप को किसी दूसरे डिवाइस पर रजिस्टर करा देता है. इससे आपका व्हाट्सएप अकाउंट जालसाजों के हाथों में चला जाता है. इसके बाद वो अकाउंट में टू-स्टेप वेरिफिकेशन को इनेबल कर देते हैं, जिससे यूजर वापस अपने अकाउंट में लॉग इन नहीं कर पाते.


फिर क्या करते हैं जालसाज?


अकाउंट चोरी करने के बाद स्कैमर लोगों की कॉन्टेक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को मैसेज भेजते हैं और मदद के बहाने से पैसों की मांग करते हैं. स्कैमर लोगों इमरेजेंसी सिचुएशन की बात कहकर तुरंत पैसे भेजने के लिए कहते हैं. 


WhatsApp Group Scam से कैसे बचें?


अपने व्हाट्सएप को सुरक्षित रखने के लिए टू-स्टेप वेरिफिकेशन जरूर लगाएं. यह सुरक्षा की एक अतिरिक्त लेयर प्रदान करता है. इससे कोई और आपके अकाउंट में लॉग इन नहीं कर पाएगा. साथ ही, किसी के साथ भी अपनी छह अंको वाली पिन कभी शेयर न करें, चाहे वो आपका दोस्त या रिश्तेदार ही क्यों न हो. अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज आता है, तो सीधे उस व्यक्ति को कॉल करके उसकी असलियत पता कर लें.