Karishma Tanna on Depression: करिश्मा तन्ना आज किसी परिचय की मोहताज नहीं. टीवी से शुरू हुआ उनका ये सफर फिल्मों से होते हुए ओटीटी तक जा पहुंचा है और इन सबके पीछे हैं उनकी अथाह मेहनत जिसमे उन्होंने खूब पसीना बहाया. हाल ही में इंटरव्यू में करिश्मा ने अपनी लाइफ, स्ट्रगल और करियर को लेकर खुलकर बात की. उन्होंने उस दौर को भी याद किया जब वो डिप्रेशन में चली गई थी और उनका उनकी जिंदगी से भरोसा ही उठ गया था. ये सब हुआ था फिल्म संजू के बाद जब एक साल तक वो घर में बेरोजगार बैठी थीं.  


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संजू में खूब सराहा गया था पिंकी का किरदार
रणबीर कपूर स्टारर संज फिल्म में करिश्मा तन्ना ने पिंकी नाम का छोटा सा किरदार निभाया था जिसमें वो एक गुजराती लड़की बनी थी. इस छोटे से रोल में भी वो ह्यूमर था कि संजू की बात हो तो पिंकी का जिक्र भी हो ही जाता है. इस रोल को करने के बाद करिश्मा को तारीफ तो खूब मिली लेकिन उन्हें काम बिल्कुल नहीं मिला. उस वक्त उनके लिए घर पर खाली बैठना मुश्किल होने लगा था. एक के बाद एक महीने गुजरते रहे और वो घर में 1 साल तक बैठी रहीं. इसका नतीजा ये रहा कि करिश्मा धीरे धीरे तनाव में चली गईं. 


खाली लगने लगी थी जिंदगी
उस वक्त करिश्ना तन्ना को अपनी जिंदगी काफी उदास लगने लगी थीं वो समझ नहीं पा रही थीं कि क्या करे. नेगेटिविटी से वो भर गई थी. तब ऐसे में उन्होंने खुद का सहारा बनने की ठानी और सेल्फ मोटिवेशन के जरिए इस डिप्रेशन से बाहर आईं. 



पिता ने जन्म के बाद नहीं देखा था चेहरा
करिश्मा ने इस इंटरव्यू में एक और चौंकाने वाला खुलासा किया. उनके मुताबिक जब वो पैदा हुईं तो उनकी मां ने उनका चेहरा नहीं देखा था तो वहीं उनके पिता एक हफ्ते तक उन्हें देखने अस्पताल में नहीं आए थे. इसकी वजह थी कि वो बेटा चाहते थे लेकिन दूसरी बार भी बेटी ही हुई.