Ladakh In September: लद्दाख जितना खूबसूरत है उतना ही शांत भी. ऐसी सुंदर और सुकून भरी जगह शायद ही कोई और हो. अगर आप लद्दाख जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो सितंबर से अच्छा वक्त नहीं मिलेगा ही नहीं. किसी भी यात्रा में केवल घूमना काफी नहीं होता है, कुछ और भी चीजें होती हैं जो घूमने के लिए जरूरी हैं. आइए जानते हैं कि सितंबर में घूमना क्यों बेस्ट है.   


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बचेगा पैसा


अगर आप सितंबर के महीने में लद्दाख जाएंगे तो आपका पैसा बच सकता है. इस वक्त कम टूरिस्ट होने की वजह से होटल्स, टैक्सी और खाने की चीजें सस्ती मिल जाती हैं. गर्मी के दिनों में ज्यादा टूरिस्ट होने की वजह से इन सब चीजों का किराया बड़ जाता है. कुछ होटल्स इस वक्त बड़े डिस्काउंट का ऑफर भी देते हैं. इस तरह चीज में आपका पैसा बचेगा. 


सुकून से भरा होगा सफर


सफर में सुकून का मिलना बहुत जरूरी है, अगर सुकून न हो तो सफर का मजा बिगड़ जाता है. ज्यादातर लोग गर्मी के मौसम में लद्दाख जाते हैं, ऐसे वक्त वहां टूरिस्ट्स की भीड़ लगी रहती है. सितंबर ऐसा महीना है जब बहुत कम लोग ठंडी जगह जाने के बारे में जाने के बारे में सोचते हैं. अगर आप इस वक्त लद्दाख जाते हैं तो कम भीड़भाड़ मिलेगी और सुकून से वहां की वादियों का मजा ले सकेंगे. 


लें त्योहारों का मजा


लद्दाख का कल्चर भी सबसे जुदा है, घूमने के साथ यहां के कल्चर से रूबरू होना भी जरूरी है. सितंबर के महीने में लद्दाख में कई सारे फेस्टिवल्स मनाए जाते हैं, जिनमें नरोपा और हारवेस्ट त्योहार बहुत खास हैं. नरोपा को लद्दाख का कुंभ कहा जाता है. 1-15 सितंबर के बीच हारवेस्ट फेस्टिवल मनाया जाता है, जिसकी धूम देखने लायक है


बेस्ट है मौसम


ठंडों के मौसम में यहां बर्फ के साथ बहुत सर्दी होती है, इस वजह से घूम पाना मुश्किल हो जाता है. ठंड के मौसम में बर्फबारी की वजह से कई सारी जगह नहीं घूम पाते हैं. सितंबर के महीने में ज्यादा ठंड नहीं होती है, इस वक्त मौसम बहुत अच्छा होता है तो हम आराम से बिना किसी परेशानी के घूम सकते हैं. 


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