ISI की फंडिंग, रोहिंग्या का बहाना, ISIS की साज़िश

Tue, 19 Sep 2017-12:05 am,

2012 में रोहिंग्या लोगों के खिलाफ म्यामांर में हिंसा शुरू हुई थी. म्यांमार की सेना ने उनके घरों और ज़मीनों पर हमला किया था. जिसके बाद उन्हें म्यांमार छोड़कर भागना पड़ा. रोहिंग्या बांग्ला बोलते हैं, इसलिए इनमें से बहुत से लोग बांग्लादेश के तरफ भागे. शुरू में बांग्लादेश की सरकार इनके प्रति नर्म थी, लेकिन जैसे ही रोहिंग्या लोगों की संख्या बढ़ी, बांग्लादेश ने भी उन्हें मदद देनी बंद कर दी. और अधिक जानने के लिए देखें वीडियो.

More videos

By continuing to use the site, you agree to the use of cookies. You can find out more by Tapping this link