डियर जिंदगी : हमारी `अनचाही` सोच
Tue, 27 Mar 2018-1:52 pm,
'कन्याभोज' के दिनों में मंदसौर से बेटियों का नाम 'अनचाही' रखने की खबर यह बताने के लिए पर्याप्त है कि एक समाज के रूप में हम स्त्री-पुरुष समानता से कितने 'प्रकाशवर्ष' दूर हैं. बेटों की लालसा की खबरों से गूगल लबालब है. बेटियों को मनहूस, कमतर मानने वालों के किस्से भी कम नहीं हैं. लेकिन एक पिता, परिवार अपनी बेटी का नाम ही अनचाही रख दे.