Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के बालघाट में पोस्टल बैलेट पेपर से कथित तौर पर छेड़छाड़ के आरोप लगने के बाद नोडल अफसर को सस्पेंड कर दिया गया है. बता दें सोमवार को कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर उनसे बालाघाट के जिलाधिकारी के खिलाफ कथित रूप से ‘स्ट्रॉन्ग रूम’ से पोस्टल बैलेट निकालने और गड़बड़ी करने को लेकर कार्रवाई करने की मांग की. बता दें मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव हुए थे और तीन दिसंबर को मतों की गिनती होगी.


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पोस्टल बैलेट से छेड़छाड़ का कथित वीडियो एमपी कांग्रेस ने ट्वीट किया जिसे रिट्वीट करते हुए कमलनाथ ने लिखा, ‘प्रदेश के बालाघाट ज़िले में पोस्टल बैलेट को मतगणना से पहले ही खोले जाने और छेड़छाड़ की आशंका का एक वीडियो सामने आया है, जिसकी शिकायत निर्वाचन आयोग में कांग्रेस पार्टी ने की है. यह अत्यंत गंभीर मामला है. दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए. मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आवाहन करता हूं कि वे मुश्तैद रहें और कोई गड़बड़ी ना होने दें.


 



निवार्चन अधिकारी ने मांगी रिपोर्ट
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने पूरे मामले में कलेक्टर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. हालांकि इससे पहले पीटीआई-भाषा के मुताबिक मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने प्रक्रिया पर संतुष्टि व्यक्त की है.


राजन ने से कहा, ‘ये सेवा मत (डाक मतपत्र) कांग्रेस और भाजपा के अधिकृत एजेंट की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम से निकालकर विधानसभा वार अलग-अलग किए गए. उन्हें संबंधित बक्सों में रख दिया गया है.’


कांग्रेस ज्ञापन में क्या आरोप लगाया गया
कांग्रेस उपाध्यक्ष जे पी धनोपिया ने ज्ञापन में आरोप लगाया है कि डाक मतपत्रों को ‘ट्रेजरी रूम’ से निकाला गया और कर्मियों ने अपनी मर्जी से उन्हें इधर-उधर किया. उन्होंने मांग की कि इसलिए बालाघाट के जिलाधिकारी गिरीश चंद्र मिश्रा को और चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अन्य कर्मियों को निलंबित किया जाए.


मिश्रा ने एक बयान में कहा कि स्थानीय तहसील कार्यालय में स्थित स्ट्रोंग रूम को डाक मतपत्रों को अलग अलग करने के लिए राजनीतिक दलों के अधिकृत चुनावी एजेंट की उपस्थिति में खोला गया था.