Rajasthan Assembly Election 2023: धर्मगुरुओं का राजनीति से पुराना नाता रहा है. जहां कई धर्मगुरू राजनीति में सीधे न उतर कर किसी पार्टी के समर्थक बन जाते हैं तो वहीं कुछ चुनाव में अपनी किस्मत आजमाते हैं. इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव की एक खास बात यह भी है कि राज्य के चुनावी संग्राम में कई धर्मगुरू उतर आए हैं. चुनाव लड़ रहे इन धर्मगुरुओं ने चुनाव शपथ पत्र में अपनी संपत्ती का खुलासा किया है. करोड़ों के मालिक इन धर्मगुरुओं की संपत्ति का ब्योरा किसी को भी हैरान कर सकता है.


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महंत प्रतापपुरी
पोकरण से बीजेपी प्रत्याशी महंत प्रतापपुरी की कुल संपत्ति,3.39 करोड़ हैं. 1.41 लाख रुपये नगद, एक स्कॉर्पियो और 11 तोला सोना है जबकि 2.64 करोड़ की प्रॉपर्टी है. इन्होंने अपनी आय का स्रोत दान व कृषि बताया है.


ओटोराम देवासी
सिरोही से बीजेपी प्रत्याशी देवासी के पास कुल 3.60 लाख कैश, पत्नी के पास 1.30 कैश, 35.5 लाख का सोना-चांदी, पुल संपत्ति 1.43 करोड़ है. पूजा व पेंशन इनकी आय का स्रोत हैं.


बाबा बालकनाथ
सांसद बाबा बालकनाथ तिजारा से बीजेपी प्रत्याशी हैं. इनकी कुल संपत्ति 13.79 लाख रुपये है.  इनके पास 45 हजार कैश, बैंक में 13.29 रुपये लाख जमा हैं. कोई वाहन, जेवर नहीं है. साढ़े चार साल पहले 2.19 सांसद के चुनाव के दौरान 3.52 लाख की संपत्ति थी.


शाले मोहम्मद
यह पोकरण से कांग्रेस प्रत्याशी हैं. धर्मगुरू के बेटे शाले मोहम्मद के पास कुल संपत्ति 2.37 करोड़ की है. पिछले चुनाव में यह 1.28 करोड़ थी. कैश की बात करे तो खुद के पास 2.51 लाख रुपये व पत्नी के पास 51 हजार रुपये हैं. इनके और पत्नी के पास 7 तोला सोना और 2 किलो चांदी है. आय का साधन कृषि और विधायक पेंशन है.


गौरतलब है कि राजस्थान की की 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा. जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी.