Telangana Election 2023: बीजेपी नेता टी राजा सिंह ने तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में हैदराबाद की गोशामहल सीट से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने का भरोसा जताया है. भारत राष्ट्र समिति (BRS) के गोशामहल प्रभारी नंद किशोर व्यास इस सीट पर राजा सिंह को कड़ी चुनौती दे रहे हैं. सिंह ने कहा कि वह जीत की ‘हैट्रिक’ बनाएंगे. उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में लोग भाजपा को आशीर्वाद देंगे और तेलंगाना में उनकी पार्टी की सरकार बनेगी. सिंह ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और उनके विधायक भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए उन पर पुराने शहर के मुसलमानों और उनके कल्याण की अनदेखी करने का आरोप लगाया. भाजपा नेता ने दावा किया कि ओवैसी बंधुओं की संपत्ति में इजाफा हुआ है।


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AIMIM ने बेचे मुसलमानों के वोट


उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम का प्रभाव सिर्फ सात सीट तक सीमित है. असदुद्दीन औवेसी और उनके भाई अकबरुद्दीन की संपत्ति में इजाफा हुआ है. केवल ये दोनों भाई ही प्रगति कर रहे हैं और मुसलमानों का विकास नहीं हो रहा है. इन दोनों भाइयों की वजह से पुराने शहर के मुसलमान पिछड़े रह गए. सिंह ने हैदराबाद से सांसद (असदुद्दीन ओवैसी) पर 2014 और 2018 के अलावा आगामी विधानसभा चुनाव में गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र में मुसलमानों के वोट बीआरएस को "बेचने" का आरोप लगाया है.


बीआरएस पर भी साधा निशाना


बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव (केटीआर) पर निशाना साधते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि वह 2014 से ही उन्हें हराने का सपना देख रहे हैं. सिंह ने कहा कि केटीआर अगर आप गोशामहल जीतना चाहते हैं तो पहले आपको लोगों का दिल जीतना होगा और लोग मेरे साथ हैं. लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया और 2014 के बाद 2018 में भी मुझे विधायक चुना. मैं गोशामहल से तीसरी बार चुनाव जीतने जा रहा हूं.


कांग्रेस करती है गुमराह


गोशामहल में अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं की संख्या में वृद्धि पर सिंह ने दावा किया कि उन्हें पड़ोस के निर्वाचन क्षेत्रों से लाया गया है. सिंह ने कहा कि मैं अल्पसंख्यक वोट भी हासिल करूंगा, क्योंकि भाजपा 2014 से उनकी सेवा कर रही है और मुझे हिंदुओं से भी पूरा समर्थन मिलेगा. मैं गोशामहल से तीसरी बार विधायक चुना जाऊंगा. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पार्टी कर्नाटक में अपनी चुनावी गारंटी को पूरा करने में नाकाम रही है और राज्य के लोगों को उसे चुनने पर "अफसोस" हो रहा है. उन्होंने दावा किया कि जहां तक ​​तेलंगाना का सवाल है, लोग कांग्रेस की "गारंटी" से गुमराह नहीं होने वाले हैं.