Social Media: सोशल मीडिया के जमाने में असली और नकली का पहचान करना एक बड़ी चुनौती है. हाल ही में सोशल मीडिया के एक स्पेस में विकास यादव नामक शख्स की कहानी सामने आई जिसने फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर लोगों को खूब चकमा दिया था. यह कहानी कुछ ऐसी है कि इस शख्स ने काफी समय पहले सोशल मीडिया पर खुद को आईपीएस अधिकारी बता डाला, उसने बताया कि वह आईआईटी से पढ़ाई की है. 


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ट्विटर पर इस शख्स ने अपना नाम विकास यादव बताया था. असल में यह मामला कुछ पुराना है जो हाल ही में चर्चा में आया. शख्स मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है और सिर्फ आठवीं तक पढ़ा है लेकिन सोशल मीडिया पर इसने खुद को आईपीएस बताया और आईआईटी से पढ़ा हुआ बताया था. इसी के चलते इसके फॉलोअर्स की संख्या भी खूब बढ़ गई थी.


ये शख्स तस्वीरें भी ऐसी पोस्ट करता था जिससे लोगों को लगा कि यह सच में आईपीएस है. सोशल मीडिया के जरिए उसने लड़कियों को पहले जाल में फंसाता था फिर ठगी को अंजाम देता था. रिपोर्ट्स के मुताबिक उसके फर्जी चोले का खुलासा तब हुआ जब उसने दिल्ली स्थित संजय गांधी अस्पताल की एक डॉक्टर से पच्चीस हजार रुपए ठग लिए. डॉक्टर ने मामले की शिकायत पुलिस से कर दी और फिर मामले की जांच हुई तो विकास अरेस्ट हो गया था.


बता दें कि सोशल मीडिया पर ऐसे कई फर्जी लोग हैं जो अपनी गलत पहचान बताकर बड़ी संख्या में फॉलोअर्स बनाए हुए हैं. कई बार इन लोगों का खुलासा हो जाता है तो कई बार यह लोग फेक खबरें चलाने में काफी आगे रहते हैं. हैरानी वाली बात यह भी है कि इनके फॉलोअर्स भी इनकी कही गई बातों को सही समझ लेते हैं.