Brain-Eating Amoeba Killed a Kids in America: अमेरिका में ब्रेन-ईटिंग अमीबा (brain-eating amoeba) से मौत का एक अजीब मामला सामने आया है. रिपोर्ट के मुताबिक, यहां एक एक नदी में नहाने के दौरान एक बच्चे के दिमाग में यह अमीबा घुस गया. इसके कुछ दिन बाद उस बच्चे की मौत हो गई. अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि की है. डगलस काउंटी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, उक्त बच्चे को प्राथमिक अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (Amebic Meningoencephalitis) के रूप में जाना जाने वाला संक्रमण हुआ था. लक्षणों की शुरुआत के 48 घंटों के अंदर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 10 दिन बाद उसकी मौत हो गई.


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इस खतरनाक संक्रमण से दूसरी मौत


मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बच्चा 8 अगस्त को पूर्वी नेब्रास्का में एल्खोर्न नदी में नहाने गया था. इस दौरान ही उसके दिमाग में ब्रेन-ईटिंग अमीबा घुस गया. लगभग पांच दिन बाद बच्चे में ब्रेन-ईटिंग अमीबा के लक्षण विकसित हुए. परिवार वाले फौरन उसे अस्पताल ले गए. डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. 18 अगस्त को उस बच्चे की इस संक्रमण से मौत हो गई. यह राज्य के इतिहास में इस घातक बीमारी से पहली और मध्य पश्चिम में दूसरी मौत है. बता दें कि पिछले महीने मिसौरी में आयोवा में लेक ऑफ थ्री फायर्स स्टेट पार्क में समुद्र तट पर तैरने के बाद इसी संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हुई थी.


एक और बच्चा लड़ रहा जिंदगी की जंग


वहीं, कुछ और लोग भी इसकी चपेट में हैं और जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं. 13 साल के कालेब ज़िगेलबाउ उन्हीं में से एक हैं. कालेब जून या जुलाई में इस खतरनाक ब्रेन-ईटिंग अमीबा के संपर्क में आया. पहले उसमें कुछ लक्षण दिखे, फिर हालत बिगड़ती गई. हालत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे काफी दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा गया. पिछले दिनों कालेब को वेंटिलेटर से हटाया गया, लेकिन वह अभी भी अपने जीवन के लिए लड़ रहा है. अमीबा उसे दिमाग को खाता जा रहा है.


10 साल में आए 31 केस, मौत की दर है 97 पर्सेंट


आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 10 वर्षों में अमेरिका में ब्रेन-ईटिंग अमीबा  के करीब 31 केस सामने आ चुके हैं. बेशक यह दुर्लभ संक्रमण है, लेकिन इसकी मृत्यु दर लगभग 97 प्रतिशत है. नेब्रास्का राज्य के महामारी विज्ञानी मैथ्यू डोनह्यू ने बताया कि, "हर साल लाखों जल जोखिम होते हैं, लेकिन साल में केवल 0 से 8 नेगलेरिया फाउलेरी संक्रमण की ही पहचान की जाती है."


नाक के रास्ते दिमाग तक जाता है यह अमीबा


बच्चे की मौत के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह संक्रमण नेगलेरिया फाउलेरी के कारण होता है, जिसे ब्रेन-ईटिंग अमीबा के रूप में भी जाना जाता है. वहीं, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने शुक्रवार को पुष्टि की कि उसे बच्चे के मस्तिष्कमेरु द्रव (एक पानी वाला) में नेगलेरिया फाउलेरी मिला था. यह तरल पदार्थ मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में और उसके आसपास बहता है. सीडीसी के विशेषज्ञों ने लोगों से आग्रह किया है कि अगर वे नदी में नहाते या तैरते हैं तो नाक प्लग जरूर पहनें. उनका कहना है कि अमीबा पानी में नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है और फिर यह नाक से मस्तिष्क तक जाता है. ब्रेन-ईटिंग अमीबा अक्सर गर्म मीठे पानी की झीलों, नदियों, नहरों और तालाबों में पनपते हैं.


ये हैं ब्रेन ईटिंग अमीबा के लक्षण


इजराइल में ईटिंग अमीबा से मौत का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने उस युवक के सैंपल को यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन में जांच के लिए भेजा था. यह प्रारंभिक चरण में नाक के माध्यम से होता है और इसके लक्षण इस प्रकार हैं.


  • गंभीर सिरदर्द होना

  • तेज बुखार और उल्टी होना

  • बॉडी पेन, गर्दन में कठोर दर्द

  • दौरा आना या मतिभ्रम का विकसित होना


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