Bottle feeding side effects: देशभर की कई मां अपने बच्चों को प्लास्टिक की बोतल से दूध पिलाती हैं. आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन देश के कई हिस्से में बिकने वाले दूध की बोतलें और सिपर कप को बनाने में खतरनाक कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है जो आपके बच्चे के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है. अगर आप चाहती हैं कि आपका बच्चा सेहतमंद रहे तो उसकी दूध की बोतल को लेकर कुछ बातें जरूर जान लीजिए. वरना जल्द ही वह किसी बड़ी बीमारी के चपेट में आ सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऐसे प्लास्टिक बोतलों से हो रहा नुकसान


एक रिसर्च की मानें तो दूध की बोतलें और सिपर कप में कुछ हानिकारक कैमिकल की मात्रा पाई जा रही है जिसे 'बिस्फेनॉल-ए' के नाम से जाता है. इसलिए जब बच्चे इस तरह की बोतल का इस्तेमाल करते हैं, तब यह उनके लिए बेहद खतरनाक साबित होता है. इसके इस्तेमाल से बच्चों की आंत और पेट के बीच रास्ता ब्लॉक हो सकता है क्योंकि यह केमिकल गर्म दूध में मिलकर पेट में जमा होने लगता है. इसकी वजह से बच्चों की जान पर भी बन आती है.


घटिया कंपनी वाली बोतलों को रखें दूर


आपको बता दें कि पॉली कार्बोनेट से बनी बेबी बोतल पर ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड ने साल 2015 से ही बैन लगा रखा है. इसके अलावा किसी भी घटिया कंपनी के बोतलों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए क्योंकि यह कई तरह की बीमारियों की वजह बनता है और कभी - कभी छोटे बच्चों को जान से धोना पड़ जाता है. घटिया किस्म की बोतल में दूध पिलाने से बच्चों को डायरिया होने का खतरा होता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं