Hottest Year on Record: लू के थपेड़ों, भयानक तूफानों और अचानक बाढ़ जैसी घटनाओं ने इस साल दुनिया में हजारों लोगों की जान ली है. ग्लोबल वार्मिंग के चलते ऐसी घटनाओं ने जोर पकड़ा है. यूरोपीय जलवायु सेवा के अनुमान बताते हैं कि 2024 अब तक का सबसे गर्म साल साबित होने वाला है. सालभर में वैश्विक औसत तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने की संभावना है. अगर ऐसा हुआ तो 2024 इस प्रतीकात्मक निशान को पार करने वाला पहला कैलेंडर साल बन जाएगा.


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दुनिया के लिए 'खतरे की घंटी'


वैज्ञानिकों का कहना है कि इसे खतरे की घंटी की तरह देखा जाना चाहिए. अगले हफ्ते, अजरबैजान में होने वाली संयुक्त राष्ट्र जलवायु कॉन्फ्रेंस COP29 से पहले आए इस अनुमान ने चिंता बढ़ा दी है. BBC की रिपोर्ट के अनुसार, रॉयल मेट्रोलॉजिकल सोसायटी के चीफ एग्जीक्यूटिव, लिज बेंटले ने कहा, 'यह लेटेस्ट रिकॉर्ड COP29 में सरकारों को एक और कड़ी चेतावनी देता है कि आगे तापमान में और अधिक इजाफे को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है.'


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2023 में गर्मी का रिकॉर्ड बना, 2024 में टूट जाएगा!


2024 के शुरुआती 10 महीनों में वैश्विक तापमान इतना ऊंचा रहा है कि अब बाकी दो महीनों में अप्रत्याशित गिरावट ही रिकॉर्ड बनने से रोक सकती है. यूरोपीय कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा का डेटा बताता है कि 2024 में तापमान पूर्व-औद्योगिक काल की तुलना में कम से कम 1.55 डिग्री सेल्सियस अधिक होगा.


'पूर्व-औद्योगिक' का मतलब 1850-1900 के मानक काल से है, जो मोटे तौर पर उस समय के बराबर है जब मनुष्यों ने ग्रह को काफी गर्म करना शुरू किया था. हालिया अनुमानों का मतलब है कि 2024 में 1.48 सेल्सियस का वर्तमान रिकॉर्ड टूट सकता है जो पिछले साल ही बना था.


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