Tesla car accident in canada: कनाडा में टोरंटो के पास आधी रात के बाद एक टेस्ला कार में आग लग गई, जिसमें सवार चार भारतीयों की मौत हो गई. मरने वालों में गुजरात के गोधरा के रहने वाले 30 वर्षीय केटा गोहिल और 26 वर्षीय नील गोहिल भाई-बहन शामिल हैं. वे दो अन्य व्यक्तियों के साथ यात्रा कर रहे थे, जिनकी भी कार में आग लगने से मौत हो गई.


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24 अक्टूबर की बता जा रही घटना
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, डेली मेल के अनुसार, कनाडा में भारतीय मूल के चार दोस्तों ने जलती हुई टेस्ला कार में अपनी जान गंवा दी, जिसमें कार के इलेक्ट्रॉनिक दरवाज़े के हैंडल काम नहीं कर रहे थे. दुर्घटना में बची एकमात्र महिला जो 20 साल की थी, जिसे 24 अक्टूबर को दुर्घटना से बचाया गया.


भाई-बहन की एक साथ मौत
पीड़ितों की पहचान 25 वर्षीय नीलराज गोहिल, उनकी बहन केतबा गोहिल, 29 वर्षीय, जय सिसोदिया और दिग्विजय पटेल के रूप में हुई. आपको बता दें कि  टेस्ला के वाहनों में पारंपरिक हैंडल नहीं होते हैं. इसके बजाय वे दरवाज़े खोलने के लिए इलेक्ट्रॉनिक बटन का उपयोग करते हैं. 


दरवाजा खुला नहीं, जल गए भारतीय
बताया जा रहा है कि दुर्घटना के बाद बिजली की वजह से दरवाजे जाम हो गए. कनाडा पोस्ट के कर्मचारी रिक हार्पर ने बताया कि , "मुझे लगता है कि युवती ने अंदर से दरवाज़ा खोलने की कोशिश की होगी, क्योंकि वह बाहर निकलने के लिए बहुत बेताब थी." 'मुझे नहीं पता कि यह बैटरी की वजह से हुआ या कुछ और, लेकिन वह बाहर नहीं निकल सकी. हार्पर ने बताया कि खिड़की तोड़ने के बाद महिला कार से सिर के बल भाग निकली. धुआं इतना घना था कि वह नहीं देख पाया कि अंदर अभी भी अन्य लोग फंसे हुए हैं. 


टेस्ला गाड़ी पर उठे सवाल
उधर पुलिस का कहना है कि कार तेज़ गति से चल रही थी जब वह टोरंटो के लेक शोर बुलेवार्ड ईस्ट के पास एक रेलिंग से टकरा गई. दुर्घटना का सटीक कारण अभी तक पता नहीं लग पाय है. इसके साथ ही टेस्ला कार पर भी सवाल उठने लगे हैं. वहीं विशेषज्ञ बताते हैं कि इसका मैनुअल डोर-रिलीज़ सिस्टम व्यापक रूप से ज्ञात नहीं है. इस सुविधा के लिए  एक पैनल को हटाने और उसके नीचे एक केबल खींचने की आवश्यकता होती है, लेकिन दुर्घटना के शिकार लोग आपातकालीन स्थिति में इसे खोजने के लिए बहुत घबराए हुए या भ्रमित हो सकते हैं.