Israel Hamas War News:  अमेरिकी (US) राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने गाजा (Gaza) में इजरायल द्वारा सात अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता कर्मियों (Humanitarian) की हत्या की निंदा की है.  उन्होंने इजरायल (Israel) पर सहायता कर्मियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया. इजरायल ने हमले की स्वतंत्र जांच का वादा किया है. वहीं इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने मौतों के लिए माफी मांगी है.


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बता दें गाजा में एक इजरायली हवाई हमले में ‘वर्ल्ड सेंट्रल किचन’ (WCK) के 7 अंतरराष्ट्रीय सहायताकर्मियों की मौत हो गई. इनमें भारतीय मूल की एक ऑस्ट्रेलियाई महिला लालजावमी फ्रैंककॉम भी शामिल हैं. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने पुष्टि की कि मारे गए लोगों में 43 वर्षीय फ्रैंककॉम भी शामिल हैं. उन्होंने इजराइल सरकार से इस घटना की पूरी जिम्मेदारी लेने की मांग की.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई पिता और मिजो मां से जन्मी फ्रैंककॉम युद्धग्रस्त उत्तरी गाजा के लोगों को राहत पहुंचाने के मिशन पर काम कर रही थीं. सोमवार देर रात उनके काफिले पर किए गए इजराइली हवाई हमले में उनकी मृत्यु हो गई. 


जावबदेही तय होनी चाहिए
जो बाइडेन ने इजरायल से जांच तेजी से करने की अपील की. उन्होंने कहा कि इसमें ‘जवाबदेही तय करनी चाहिए’ और इसके जांच के निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाना चाहिए।


अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, गाजा में मदद पहुंचाना ‘बहुत मुश्किल है’ क्योंकि इजरायल ने ‘नागरिकों को बेहद जरूरी मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे सहायता कर्मियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए थे.’


बाइडेन ने इजरायल पर फिलिस्तीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'अमेरिका ने बार-बार इजरायल से आम नागरिकों को बचाते हुए हमास के खिलाफ अपने सैन्य अभियानों करने की अपील की है.'


WCK ने मदद अभियान किया सस्पेंड
WCK गाजा पट्टी में मदद पहुंचाने वाली प्रमुख संस्था रही है. इजरायली हमले के बाद WCK ने अपना अभियान सस्पेंड कर दिया है जिसके गाजा में पहुंच रही मानवीय सहायता को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.


WCK  की स्थापना सेलिब्रिटी शेफ जोस एन्ड्रेस ने की थी. चार दिन पहले, संस्था ने कहा था कि उसने क्षेत्र में 42 मिलियन भोजन परोसा है - 1,700 से अधिक फूड ट्रक भेजे हैं और समुद्र के रास्ते भी करीब 435,000 भोजन भेजा है.


चैरिटी ने कहा है कि वह इस क्षेत्र में अपना ऑपरेशन तुरंत रोक देगी। एक बयान में कहा गया, ‘हम जल्द ही अपने काम के भविष्य के बारे में निर्णय लेंगे.’


मारे गए सहायता कर्मियों में से तीन ब्रिटिश नागरिक थे. एक पोलिश नागरिक, एक भारतीय मूल की ऑस्ट्रेलियाई महिला, एक फिलिस्तीनी और एक अमेरिकी-कनाडाई नागरिक था. इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने घटना की स्वतंत्र जांच का वादा किया है.