इस्लामाबाद: अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरूवार को आपसी साथ रिश्ते सामान्य बनाने और युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया को तेज करने को लेकर बातचीत की. गनी ने यहां पहुंचने के बाद खान से सीधी बातचीत की. वह यहां दो दिवसीय दौरे पर आये हुये हैं. उनकी यात्रा का मकसद दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत बनाना और अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया में तेजी लाना है. बैठक के ब्यौरे के जानकार अधिकारियों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के धर्मों, संस्कृति और इतिहास के समान बिंदु दोनों मुल्कों के मध्य शक्ति के स्रोत हैं.


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उन्होंने अफगानिस्तान में शांति लाने के प्रयासों पर चर्चा की और सुरक्षा एवं व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की.उन्होंने कहा कि खान ने गनी को बताया कि "पाकिस्तान ने अफगान स्वामित्व और अफगान नेतृत्व के संघर्ष के समाधान का भी समर्थन किया है."


दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हुए कि क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूत सहयोग की आवश्यकता है.दोनों नेताओं ने बाद में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में अपने पक्ष का नेतृत्व किया, जिसमें राजनीतिक, व्यापार, आर्थिक, सुरक्षा, शांति और सुलह, शिक्षा और लोगों से लोगों के आदान-प्रदान सहित व्यापक क्षेत्रों को शामिल किया गया.


अफगानिस्तान में कई आतंकवादी हमलों के बाद इस्लामाबाद और काबुल के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं. इन हमलों में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह की संलिप्तता पाई गई थी.  पाकिस्तान ने भी अफगानिस्तान पर अपने देश में उपद्रव का भी आरोप लगाया है.


इससे पहले पाकिस्तान के वाणिज्य सलाहकार अब्दुल रज्जाक दाउद और अन्य अधिकारियों ने गनी की अगवानी की. गनी का पाकिस्तान का यह तीसरा दौरा है. गनी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री आरिफ अल्वी से भी मुलाकात की.