US Alien Report: एलियंस को लेकर अक्सर चर्चा होती है. दुनिया में कई ऐसे हैं जो एलियन और यूएफओ देखने के दावा करते हैं. अब इस बीच अमेरिका ने एलियन को लेकर बड़ा खुलासा किया है. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की रिपोर्ट में बताया गया है कि पेंटागन को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे कहा जा सके कि आसमान में उड़ने वाली अद्भुत वस्तु यूएफओ UFO (Unidentified flying object) और उसमें एलियंस थे साथ ही ये भी कहा है कि एलियन के धरती पर आने के कोई सबूत आज तक नहीं मिले है.अमेरिका गुप्त रूप से एलियन टेक्नोलॉजी या एलियन जीवों को जनता से नहीं छिपा रहा है. पेंटागन ने ऑल डोमेन एनोमली रेजोल्यूशन ऑफिस (AARO) की तरफ से जांच के बाद निष्कर्षों को जारी किया है. 


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ऑल डोमेन एनोमली रेजोल्यूशन ऑफिस की स्थापना साल 2022 में की गई थी. इसका मकसद अज्ञात स्थान, हवाई और जलमग्न खतरों के बारे में पता लगाने और उन्हें कम करना है. पेंटागन की तरफ से पहले भी एलियन जीवन से जुड़ी रिपोर्ट जारी की जाती रही है.अमेरिका पर काफी लंबे समय से एलियन की जानकारी छिपाने के आरोप लगते हैं.


आइए जानते हैं कि इस रिपोर्ट में अमेरिका ने क्या कहा है? 
पेंटागन (Pentagon) की ये रिपोर्ट करीब 63 पेज की है. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट्रिक राइडर ने कहा कि पेंटागन ने बिना किसी भेदभाव के और किसी पूर्वाग्रह के तमाम दावों की समीक्षा की है लेकिन गुप्त कार्यक्रमों, छिपी हुई विदेशी तकनीक या किसी अन्य अलौकिक वस्तु होने का सबूत नहीं मिला है. आसमान में उड़ती हुई या धरती पर चलती हुई जो अजीब आकृति देखी गई, वो चीजें सामान्य वस्तुएं और घटनाएं थीं और गलत पहचान का नतीजा थीं. 


पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा एक कहानी बताई जाती है कि अमेरिका की सरकार ने कई एलियन एयरक्राफ्ट और अलौकिक जीवन के अवशेष की खोज की है. 1940 के दशक से इन कहानियों की शुरुआत हुई है. इसमें कहा जाता है कि अमेरिका ने जानकारियों को लोगों और अन्‍य देशों से छिपाकर रखा है. रिपोर्ट में बताया गया है कि टेलीविजन प्रोग्राम, किताबों, फिल्मों, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर मौजूद कंटेंट ने एलियंस से जुड़ी मान्यताओं और बातों को अधिक लोगों को सोचने पर मजबूर किया है. और लोगों ने मान लिया कि एलियंस है और अमेरिका इसका उपयोग अपने हित के लिए कर रहा है. 


क्या सच में अमेरिका के पास हैं एलियन?
जांचकर्ताओं को अमेरिका के सभी जरूरी संवेदनशील प्रोग्राम तक जाने की इजाजत दी थी.  उनके द्वारा 1945 के बाद से सभी आधिकारिक सरकारी जांच प्रयासों की समीझा की गई. जांचकर्ताओं ने क्लासीफाइड और अनक्लासीफाइड आर्काइव पर शोध किया. इसके साथ ही करीब 30 इंटरव्यू किए. इसके बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि एलियंस नाम का कुछ भी नहीं है. 


1960 में एलियंस नहीं कुछ और था
पेंटागन ने अपने रिपोर्ट में बताया कि 1960 के दशक से यूएफओ देखे जाने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. जिसमें सबसे बड़ी वजह अमेरिकी सेना द्वारा जासूसी विमानों और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के परीक्षण के कारण हुई. रिपोर्ट में पाया गया कि इस बात का इस बात का कोई सबूत नहीं है कि अमेरिकी सरकार की एलियंस के साथ बातचीत थी.


जानें कौन हैं एलियंस 
कहा जाता है कि एलियंस धरती के बाहर के किसी दूसरे ग्रह के प्राणी हैं, जो धरती की समस्त गतिविधियों पर नजर रखते हैं. वह कई बार उड़न तश्तरियों के जरिये धरती का गुप्त दौरा भी कर चुके हैं.  2023 राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम के तहत अमेरिकी के ऑल डोमेन एनोमली रेजोल्यूशन ऑफिस को 1945 से अब तक इसके जांच के आदेश मिले थे. अगर अमेरिका की यह रिपोर्ट सही है तो पूरी दुनिया में जो अमेरिका का भय था तो भ्रम लोगों को टूट जाएगा. और अगर यह रिपोर्ट अमेरिका की साजिश है तो यह समय बताएगा.


अमेरिका की इस रिपोर्ट पर किसी को नहीं यकीन!
भले ही पेंटागन ने ये रिपोर्ट जारी कर एलियंस Aliens) के अस्तित्व के सवालों को ही खत्म करने की कोशिश की हो दुनिया के लोगों का अभी भी यही मानना है कि एलियन्स और UFO जैसी घटनाओं को हमेशा छिपाने और दबाने की कोशिश करने वाला अमेरिका (America Report on Aliens) इस बार सबसे बड़ा झूठा दावा कर रहा है. कई रिपोर्ट्स में ये दावे भी किए गए हैं कि अमेरिका के पास ही ये एलियन्स और UFO हैं. जिसे वो दुनिया का बताना नहीं चाहता और उनकी शक्ति का इस्तेमाल कर खुद सबसे शक्तिशाली बनना चाहता है.  हालांकि ये रिपोर्ट्स भी इन दावों को कभी साबित नहीं कर पाई है. ऐसे में अमेरिका की इस रिपोर्ट ने एक बार दोबारा सभी के मन में एलियंस को लेकर सवाल छोड़ दिया है.