Kim Jong Un: एक तरफ जहां मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं वहीं दुनिया के एक और हिस्से में तनाव बढ़ रहा है. उत्तर कोरिया ने एक समारोह में फ्रंट लाइन पर तैनात सैन्य इकाइयों को परमाणु सक्षम 250 मिसाइल लॉन्चर सौंपे. उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने अमेरिका के संभावित खतरों का मुकाबला करने के लिए अपनी सेना के परमाणु कार्यक्रम के निरंतर विस्तार की बात कही. 


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उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने बताया कि देश की युद्ध सामग्री बनाने वाली फैक्टरियों ने इन मिसाइल लॉन्चर को ‘सामरिक’ रूप से महत्वपूर्ण बैलिस्टिक मिसाइलों को दागने के लिए बनाया  है.


किम ने प्योंगयांग में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि नए मिसाइल लॉन्चर उनकी फ्रंट लाइन यूनिट्स को साउथ कोरिया के खिलाफ ‘जबरदस्त’ प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करेंगे. इसके साथ ही सामरिक रूप से महत्वपूर्ण परमाणु हथियारों के ऑपरेशन को अधिक व्यावहारिक एवं कुशल बनाएंगे.


सरकारी मीडिया में आई तस्वीरों में एक बड़ी सड़क पर सेना के हरे रंग के लॉन्चरों से लैस ट्रक की कतारें नजर आ रही हैं. इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कार्यक्रम में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और इसमें भव्य आतिशबाजी भी की गई.


किन हथियारों को बढ़ाना चाहते हैं किम
उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया में मिसाइल सुरक्षा को ध्वस्त करने के लिए डिजाइन किए गए मोबाइल शॉर्ट रेंज हथियारों की अपनी सीरीज का विस्तार कर रहा है. वह अमेरिका की मुख्य भूमि तक पहुंचने के लिए डिजाइन किए गए अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए भी काम कर रहा है.


क्या चाहते हैं किम
किम की बढ़ती धमकियों और हथियार परीक्षण के जरिए शक्ति प्रदर्शन को आखिर किस तरह से देखा जाए. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये अमेरिका पर उत्तर कोरिया को परमाणु शक्ति संपन्न देश के रूप में स्वीकारने और प्योंगयांग पर लगाए प्रतिबंधों को हटाने का दबाव बनाने की कोशिश हैं.


उत्तर कोरिया ऐसे वक्त में तनाव बढ़ाने की कोशिश भी कर सकता है, जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. किम ने हाल ही में यूक्रेन पर रूस के युद्ध का इस्तेमाल अपने हथियारों के विकास को और तेज़ करने के लिए किया है. जवाब में, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान अपने संयुक्त सैन्य अभ्यासों का विस्तार कर रहे हैं. इसके साथ ही रणनीतिक अमेरिकी सैन्य परिसंपत्तियों के इर्द-गिर्द अपनी परमाणु निरोध रणनीतियों को तेज़ कर रहे हैं.