लाहौर : पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी 27 दिसंबर को अपनी पत्नी बेनजीर भुट्टो की सातवीं बरसी के मौके पर होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत करने के लिए अपने ‘गुस्साए’ बेटे बिलावल को मनाने के लिए लंदन गए हैं।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बिलावल कथित तौर पर पार्टी के मामलों की देखरेख को लेकर पिता के साथ मतभेद होने की वजह से 30 नवंबर को पार्टी की स्थापना दिवस से एक हफ्ते पहले लंदन चले गए थे। बिलावल के लौटने से इनकार करने पर पिछले सात साल में पहली बार ऐसा होगा जब बिलावल पाकिस्तान में अपनी मां की बरसी पर मौजूद नहीं होंगे। 27 दिसंबर, 2007 को रावलपिंडी के लियाकत बाग में एक रैली से लौटते समय बेनजीर की हत्या कर दी गयी थी। तहरीके तालिबान पाकिस्तान के कमांडर बैतुल्ला महसूद ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।


पार्टी सूत्रों ने कहा, यह जानते हुए कि अगर पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो वापस आकर गढ़ी खुदा बख्श में होने वाले मुख्य कार्यक्रम में शामिल नहीं होते तो यह पार्टी के लिए बहुत बड़ी शर्मिन्दगी होगी, जरदारी उन्हें मनाने के लिए लंदन गए हैं। उन्होंने कहा, बिलावल के बेनजीर की बरसी के लिए पाकिस्तान लौटने से इनकार करने के बाद जरदारी के लिए उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलना जरूरी था। उम्मीद है कि जरदारी उन्हें मनाकर वापस ले आएंगे।