Astrazeneca Covid Vaccine​ News: ब्रिटेन की फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका  (AstraZeneca) ने मंगलवार को अपने कोविड-19 वैक्सीन को दुनिया भर से वापस लेने की घोषणा की. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका ने कहा कि वैक्सीन को व्यावसायिक कारणों से बाजारों से हटाया जा रहा है.


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कंपनी ने कहा कि अब विभिन्न प्रकार के नए टीके उपलब्ध हैं जिन्हें कोविड-19 वेरिएंट को लक्षित करने के लिए तैयार किया गया है. एस्ट्राजेनेका ने कहा कि अब वैक्सीन का निर्माण या आपूर्ति नहीं की जा रही है, इसकी जगह नए वेरिएंट से निपटने वाले अपडेटेड टीकों ने ले ली है.


यूरोपीय संघ में नहीं होगा वैक्सान इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,  इस साल 5 मार्च को एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन वापस लेने का आवेदन किया था जो कि मंगलवार (7 मई) से लागू हो गया. अब यूरोपीय संघ में वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं हो सकता है.


कोर्ट में एस्ट्राजेनेका ने स्वीकारी साइड इफेक्ट्स की बात 
बता दें एस्ट्राजेनेका ने कुछ दिनों पहले ब्रिटेन की अदालत में स्वीकार किया है कि इसका कोविड वैक्सन रक्त के थक्के जमाने संबधी साइड इफेक्ट्स पैदा कर सकता है. लेकिन इनके बीच कोई संबंध होने की जानकारी नहीं है.


ब्रिटेन के एक अखबार ने कानूनी दस्तावेज के हवाले से कहा है, ‘यह स्वीकार किया गया है कि एस्ट्राजेनेका टीका, बहुत दुर्लभ मामलों में रक्त के थक्के जमा सकता है और प्लेटलेट की संख्या को घटा सकता है. लेकिन इसका कारण अज्ञात है. साथ ही, यह साइड इफेक्ट्स एस्ट्राजेनेका टीका (या कोई अन्य टीका) नहीं लगाने की स्थिति में भी देखने को मिल सकता है….’


टीके के साइड इपेक्ट्स को लेकर एस्ट्राजेनेका यूके लिमिटेड के खिलाफ ब्रिटेन के उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1987 की धारा 2 के तहत क्षतिपूर्ति के लिए अदालत में कई लोगों ने केस किया है. इनमें से कुछ ने अपने प्रियजनों को खो दिया है.


एस्ट्राजेनेका ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोरोना की वैक्सीन बनाई थी. एस्ट्राजेनेका वैक्सजेव्रिया टीके का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भी किया था और इस टीके को भारत में ‘कोविशील्ड’ (Covishield ) नाम से जाना जाता है.


(इनपुट -एजेंसी)