कौन हैं येचिएल लेटर? वाकपटुता में माहिर, अमेरिका की नस-नस समझने वाले को नेतन्याहू ने बना दिया US का नया राजदूत
Dr Yechiel Leiter as Israel next US Ambassador: इजरायल के लिए अमेरिकी मदद बेहद अहम रही है खासतौर से ऐसे मौके पर जब वह गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ संघर्ष में उलझा है.इसी को देखते हुए नेतन्याहू ने अमेरिका में सत्ता बदलते ही अपना राजदूत भी बदल दिया है.
who is Dr Yechiel Leiter? इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने येचिएल लीटर को संयुक्त राज्य अमेरिका में इजरायल का राजदूत नियुक्त किया है. नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 65 वर्षीय लीटर ने इजरायल में सीनियर पब्लिक सर्विस पदों पर काम किया है, जिसमें शिक्षा मंत्रालय के उप महानिदेशक, वित्त मंत्रालय में चीफ-ऑफ-स्टाफ और इजरायल पोर्ट्स कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष शामिल हैं.
कौन हैं येचिएल लीटर?
बयान में कहा गया कि "लेटर का जन्म संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था और वह अमेरिकी प्रशासन और समाज से गहराई से परिचित हैं," उन्हें "एक अत्यधिक सक्षम राजनयिक" और "एक वाक्पटु वक्ता" कहा गया है, जो "अमेरिकी संस्कृति और राजनीति की गहरी समझ रखते हैं." लीटर जनवरी 2025 में पदभार ग्रहण करेंगे. वे इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग के भाई माइकल हर्ज़ोग की जगह लेंगे, जिन्होंने तीन साल तक अमेरिका में इजरायल के राजदूत के रूप में काम किया है. उनकी नियुक्ति से यह संकेत मिलता है कि नेतन्याहू को उम्मीद है कि आने वाला ट्रंप प्रशासन राष्ट्रपति जो बिडेन के प्रशासन की तुलना में इजरायल के वेस्ट बैंक बस्तियों के प्रति अधिक दोस्ताना रवैया अपनाएगा.
चुनाव के बाद नेतन्याहू की बड़ी घोषणा
लीटर की नियुक्ति की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के चंद दिनों बाद हुई. अमेरिका के आगामी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी जनवरी 2025 में पद संभालेंगे. ट्रंप की जीत पर नेतन्याहू ने एक्स पर पोस्ट किया था, "प्रिय डोनाल्ड और मेलानिया ट्रंप, इतिहास की सबसे बड़ी वापसी के लिए बधाई! व्हाइट हाउस में आपकी ऐतिहासिक वापसी अमेरिका के लिए एक नई शुरुआत है. यह इजरायल और अमेरिका के बीच महान गठबंधन के लिए एक शक्तिशाली प्रतिबद्धता का अवसर प्रदान करती है. यह एक बड़ी जीत है!"
इजरायल के लिए अमेरिका बहुत है खास
इजरायल के लिए अमेरिकी मदद बेहद अहम रही है खासतौर से ऐसे मौके पर जब वह गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ संघर्ष में उलझा है. यहूदी राष्ट्र नए अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ भी बेहतर तालमेल कायम रखना चाहेगा.