दक्षिण अमेरिकी देश..जहां दुनिया के सबसे ज्यादा तख्तापलट होते हैं.. बुधवार को बोलीविया में एक और तख्तापलट की कोशिश हुई...सेना ने राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया . बोलिविया की सड़कों पर सेना कमांडर की अगुवाई में सैनिकों ने राजधानी के सेंट्रल स्क्वायर, राष्ट्रपति भवन और सांसदों के कई घरों में घुस गए..जिसे देश के राष्ट्रपति ने तख्तापलट की कोशिश करार दिया..
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वैसे तो बोलीविया में तख्तापलट कोई बड़ी बात नहीं है..लेकिन इस बार के तख्तापलट में एक बड़ा Interesting Twist है..जिसके बारे में हम आपको बताएंगे.. बोलीविया में तख्तापलट की कोशिश कितनी जबरदस्त थी..वो आप समझ ही गए होंगे..लेकिन सवाल ये है कि तख्तापलट का प्रयास सफल क्यों नहीं हुआ..आपको जानकर हैरानी होगी कि तख्तापलट की ये कोशिश फिक्स थी..और ये फिक्सिंग खुद बोलिविया के राष्ट्रपति ने की थी . 


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ये दावा कोई और नहीं..बल्कि बगावत करने वाली सेना के प्रमुख ने किया है..और कहा है कि बोलीविया के राष्ट्रपति ने ही बगावत का खेल खेला..ताकि उनकी लोकप्रियता बढ़ सके... पब्लिसिटी के लिए कोई अपने खिलाफ ही बगावत करवा दे..ऐसा उदाहरण पहले कभी ना देखा..ना सुना..लेकिन बोलीविया में ये इतनी बड़ी बात भी नहीं है . क्योंकि साल 1825 में स्पेन से आजादी के बाद से अबतक बोलीविया में दो सौ बार तख्तापलट हो चुका है.


बता दें कि यह बात सही है कि बोलीविया में हाल के महीनों में अर्थव्यवस्था में आई भारी गिरावट के कारण विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. देश में सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष स्तर पर भी काफी मतभेद देखने को मिले हैं. इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल बोलीवियाई जनरल कमांडर जुआन जोस जुनिगा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.