Burj Khalifa: बुर्ज खलीफा में लोगों को नहीं मिलती टॉप फ्लोर पर जाने की परमीशन, क्या आप जानते हैं इसकी सही वजह?
Burj Khalifa News: अगर आप कभी बुर्ज खलीफा घूमने जाएं तो टिकट लेने के बावजूद आपको उसके टॉप फ्लोर पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. आखिर इसके पीछे की असल वजह क्या है.
World Tallest Building Burj Khalifa: दुबई में बनी बुर्ज खलीफा की इमारत दुनिया में सबसे ऊंची बिल्डिंग है. इस इमारत को देखने और वहां फोटो खिंचवाने के लिए हर साल लाखों लोग दुबई पहुंचते हैं. टिकट खरीदकर लोग इस बिल्डिंग में घूमने के लिए भी जा सकते हैं. हालांकि बहुत कम लोगों को पता होगा कि टिकट लेने के बावजूद लोगों को बुर्ज खलीफा के टॉप फ्लोर पर जाने की परमीशन नहीं है. आखिर इसके पीछे क्या वजह हो सकती है. आज हम इस बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.
माउंट एवरेस्ट से थोडी सी कम ऊंचाई
सबसे पहले बुर्ज खलीफा (Burj Khalifa) की खासियतों के बारे में बात कर लेते हैं. दुनिया की सबसे ऊंची इस इमारत की ऊंचाई 828 मीटर है. यानी कि माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई से केवल 56 मीटर कम. इस बिल्डिंग को उल्टे वाई आकार में बनाया गया है. जिसकी वजह से इसे एक्स्ट्रा मजबूती मिलती है और जमीन पर इसकी पकड़ मजबूत रहती है. इस डिजाइन की वजह से वह तेज हवाओं के झोंके से भी खुद को बचाने में कामयाब रहता है.
झेल सकती है भारी भरकम भूकंप
बुर्ज खलीफा (Burj Khalifa) में आग से बचने के लिए खास सुविधाएं की गई हैं. साथ ही ऊपर चढ़ने के लिए लिफ्ट के अलावा कंक्रीट की सीढियों का भी इंतजाम किया गया है. भूकंप से निपटने के लिए इस इमारत में खास इंतजाम किए गए गए हैं. यह बिल्डिंग 7.0 रिक्टर स्केल की तीव्रता वाला भूकंप झेल सकती है. बेहतर कनेक्टिविटी के लिए बुर्ज खलीफा को उसके आसपास की इमारतों से भी कनेक्ट किया गया है, जिससे बिजनेस बढ़ सके.
इसलिए नहीं मिलती ऊपर जाने की परमीशन
अब मुख्य मुद्दे पर वापस आते हैं कि लोगों को इस बिल्डिंग (Burj Khalifa) के टॉप फ्लोर पर जाने की अनुमति क्यों नहीं है. असल में वहां पर कंपनियों के कॉर्पोरेट ऑफिस, वर्क स्पेस और दूसरे कॉन्फ्रेंस हॉल हैं, जहां पर उनसे जुड़े लोगों को ही आने की अनुमति दी जाती है. हालांकि खास प्रमीशन लेकर अक्सर दुनिया की नामी सेलेब्रेटी भी कई बार बुर्ज खलीफा के टॉप फ्लोर से फोटोशूट करवाती हुई देखी गई हैं लेकिन इस तरह की अनुमति कुछ ही मामलों में मिलती है, सभी के लिए नहीं.