Canadian Politics: एक नाजी सैनिक को सम्मानित करने के मुद्दे पर पीएम जस्टिन ट्रूडो की सरकार पर निशाना साधते हुए कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलिव्रे (Pierre Poilievre)  ने पूछा कि क्या देश ने इतिहास में इससे बड़ी ‘राजनयिक शर्मिंदगी’ देखी है.


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एसएस के 14वें वेफेन ग्रेनेडियर डिवीजन (एक नाजी डिवीजन) के एक सैनकि को सम्मानित करने के मामले पर ट्रूडो से माफी की मांग करने के कुछ दिनों बाद, कार्लटन के सांसद, पोइलिव्रे ने एक बार फिर इस मामले पर ट्रूडो और उनकी पार्टी पर हमला बोला है.


नेता विपक्ष ने कहा, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह हमारी राजनयिक प्रतिष्ठा के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं, भले ही यह बिल्कुल सरकार के मुखिया का काम हो... क्या ऐसा है कि वह ज़िम्मेदार नहीं हैं या वह गैर-जिम्मेदार हैं.?’ उन्होंने सवाल किया, ‘क्या हमारे देश के इतिहास में इससे बड़ी कूटनीतिक शर्मिंदगी कभी हुई है?’


'वह आज एक चट्टान के नीचे क्यों छिपा है'
उन्होंने कहा, "मेरा मतलब है कि यह सचमुच दुनिया भर में लोग इस बड़े और शर्मनाक अपमान के बारे में पढ़ रहे हैं जो एक उदार वक्ता और एक उदार प्रधान मंत्री की निगरानी में सामने आया, और फिर भी वह सामने नहीं आ रहे हैं. वह कहां है और वह आज एक चट्टान के नीचे क्यों छिपा है?'


इससे पहले शनिवार को, पोइलिवरे ने एसएस (एक नाजी डिवीजन) के 14वें वेफेन ग्रेनेडियर डिवीजन के एक सैनिको को सम्मानित करने के लिए ट्रूडो की आलोचना की थी. उन्होंने इस मामले पर ट्रूडो से माफी की मांग की.


हाउस ऑफ कॉमंस के स्पीकर का इस्तीफा
इससे पहले दुनिया भर में इस मुद्दे पर हुई आलोचना के बाद कनाडा की संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमंस’  के स्पीकर एंथीन रोटा ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया.


बता दें यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को सदन को संबोधित किया था. इस दौरान स्पीकर एंथनी रोटा ने 98 वर्षीय यारोस्लाव हुंका की ओर ध्यान आकृष्ट किया, तब कनाडाई सांसदों ने उनका स्वागत किया. रोटा ने कहा कि हुंका ऐसे युद्ध नायक हैं, जिन्होंने प्रथम यूक्रेनी डिवीजन की ओर से लड़ाई लड़ी थी. हाउस ऑफ कॉमन्स में जेलेंस्की और कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो सहित सभी लोगों ने खड़े होकर रोटा का अभिनंदन किया.


बाद में यह पता चला कि इस डिवीजन ने नाजियों के कमान में लड़ाई लड़ी थी. यहूदी मानवाधिकार समूह फ्रेंड्स ऑफ साइमन विसेन्थल सेंटर के अनुसार, हुंका ने द्वितीय विश्व युद्ध में एसएस के 14वें वेफेन ग्रेनेडियर डिवीजन के सदस्य के रूप में कार्य किया था. पीएम जस्टिन ट्रूडो ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देत हुए सोमवार को कहा कि हुंका को आमंत्रित करने का फैसला ‘बेहद शर्मनाक’ था.


(इनपुट - एजेंसी)