बीजिंग : दो साल के अंदर चीन परमाणु उर्जा के उत्पादन के मामले में दक्षिण कोरिया और जापान से आगे बढ़ जाएगा और परमाणु उर्जा का तीसरा सबसे ज्यादा उत्पादन करने वाला देश बन जाएगा।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जलवायु परिवर्तन के लिए चीन की राष्ट्रीय योजना (2014-15) के अनुसार चीन सरकार ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ संघर्ष के लिए 2020 तक अपनी प्राथमिक उर्जा खपत में गैर-जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है।


अमेरिकी उर्जा सूचना प्रशासन (ईआईए) ने कहा, इस लक्ष्य की प्राप्ति में मदद के लिए चीन परमाणु क्षमता 58 गीगा वाट तक बढ़ाना चाहता है और 2020 तक 30 गीगा वाट निर्माणाधीन है। ईआईए ने कहा कि उम्मीद की जा रही है कि चीन परमाणु उर्जा की उत्पादन क्षमता में इस साल के अंत तक कोरिया गणराज्य और रूस को पीछे छोड़ देगा और 2017 के करीब वह जापान को पछाड़ देगा। तब, बस वह अमेरिका और फ्रांस के पीछे रहेगा।


चीन ने 2013 की शुरूआत से ले कर अब तक 10 परमाणु उर्जा संयंत्र जोड़े हैं जिससे उसकी उर्जा उत्पादन क्षमता में 10 गीगा वाट का इजाफा हुआ है। अब चीन की कुल स्थापित परमाणु क्षमता 23 गीगा वाट है।