वॉशिंगटन : देश में छाए आर्थिक संकट के कारण अगले महीने अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग वर्ष 2012 में सत्ता संभालने के बाद से पहली बार बेहद कमजोर नजर आ रहे हैं ।


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यह दावा मीडिया की एक खबर में किया गया है। ‘‘द वाल स्ट्रीट जर्नल’’ में एक वरिष्ठ पार्टी अधिकारी को यह कहते हुए उद्धृत किया गया है कि कमान शी के हाथों में हैं, इस बारे में कोई संदेह नहीं है। इसका दूसरा पक्ष यह है कि हर कोई उनसे यह उम्मीद करता है कि कोई भी कार्रवाई किए जाने से पूर्व वे सब कुछ को अलविदा कह दें। 


चीन में जारी आर्थिक संकट और शेयर बाजार की हालिया भारी गिरावट को इसकी मुख्य वजह बताते हुए दैनिक में कहा गया है कि शी वर्ष 2012 में सत्ता संभालने के बाद से कभी भी इतने अधिक कमजोर नजर नहीं आए।


दैनिक ने बीजिंग डेटलाइन से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा है कि अपने पूर्ववर्तियों के मुकाबले कहीं अधिक साहसी और अधिक सक्षम नेता की उनकी छवि को शेयर बाजार के हाहाकार, यूआन के अवमूल्यन, आर्थिक मंदी तथा एक रासायनिक गोदाम में भीषण विस्फोट ने कमजोर कर दिया है । विशेष रूप से वित्तीय और आर्थिक परेशानियों ने राजनीतिक गलियारों में इन आरोपों को हवा दी है कि शी अपने हाथों में सत्ता का बहुत अधिक केंद्रीकरण किए हुए हैं और देश की अर्थव्यवस्था की कीमत पर राजनीतिक लक्ष्यों तथा अंतरराष्ट्रीय मामलों पर अधिक ध्यान दे रहे हैं ।


शी गुरूवार को द्वितीय विश्व युद्ध की विजय परेड की अध्यक्षता करते हुए अपनी ताकतवर छवि पेश करेंगे। इस परेड में लड़ाकू विमान, बैलेस्टिक मिसाइल और 12 हजार सैनिक भाग लेंगे। पहली बार चीन में विशाल पैमाने पर इस परेड का आयोजन किया जाएगा। इसके तीन सप्ताह बाद शी सरकारी यात्रा पर अमेरिका के लिए रवाना होंगे ।


शी की अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजैन राइस ने सरकारी यात्रा और एजेंडा को अंतिम रूप देने के लिए हाल ही में अपना बीजिंग दौरा संपन्न किया था।