Russia News: वैग्नर ग्रुप के नेता त के खिलाफ ‘सशस्त्र विद्रोह आयोजित करने’ के लिए आपराधिक आरोप अभी तक नहीं हटाए गए हैं और रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने इस वीकेंड की नाटकीय घटनाओं की जांच जारी रखी है. ‘द मॉस्को टाइम्स’ ने बताया कि कोमर्सेंट बिजनेस डेली ने सोमवार को एक अज्ञात कानून प्रवर्तन अधिकारी का हवाला देते हुए यह खुलासा किया है.


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‘द मॉस्को टाइम्स’ के मुताबिक रूस के सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेंकने की कसम खाने के बाद सशस्त्र विद्रोह भड़काने के लिए एफएसबी ने शुक्रवार रात प्रिगोझिन के खिलाफ आपराधिक आरोप लगाए थे. इन आरोपों में 12 से 20 साल की जेल की सजा हो सकती है.


भाड़े के लड़ाकों ने कर दिया एक शहर पर कब्जा
प्रिगोझिन द्वारा सशस्त्र विद्रोह के ऐलान के कुछ ही घंटों बाद के भाड़े के लड़ाकों ने दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पर कब्ज़ा कर लिया और मास्को की ओर तेजी से आगे बढ़े.


लुकाशेंको की मध्यस्थता से हुआ समझौता
हालांकि शनिवार शाम को बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता से हुए एक समझौते के बाद, प्रिगोझिन अपना विद्रोह छोड़ने और पड़ोसी बेलारूस में निर्वासन में जाने के लिए सहमत हो गए.


क्रेमलिन ने उस समय कहा था कि वह समझौते के हिस्से के रूप में प्रिगोझिन पर लगे ‘सशस्त्र विद्रोह’ के आरोप हटा देगा. लेकिन अब रूसी अखबार कोमर्सेंट ने एक गुमनाम कानून प्रवर्तन सूत्र के हवाले से दावा किया है कि प्रिगोझिन के खिलाफ विद्रोह की जांच जारी है.  सूत्र ने इस बात पर जोर दिया कि जांच के भविष्य के बारे में किसी निर्णय पर पहुंचना जल्दबाजी होगी.


रूसी अधिकारियों ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
रूसी अधिकारियों ने कोमर्सेंट की रिपोर्ट के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, और कानून प्रवर्तन स्रोत द्वारा किए गए दावों को तुरंत सत्यापित नहीं किया जा सका है.


प्रिगोझिन को आखिरी बार शनिवार देर रात रोस्तोव-ऑन-डॉन से बाहर खड़े लोगों के उत्साह के बीच प्रस्थान करते देखा गया था.