US Elections 2024: गूगल ने मंगलवार को कनफर्म किया कि ईरान समर्थित हैकर्स अमेरिकी राष्ट्रपति पद के प्रतिद्वंद्वियों कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन को निशाना बना रहे हैं.


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गूगल की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स से जुड़े 'APT42' नामक एक हैकर ग्रुप ने इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका में सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक अभियानों सहित हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों और संगठनों को निशाना बनाया.


कमला हैरिस की टीम ने लगाया था ये आरोप
बता दें डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस के कैंपेन टीम ने मंगलवार को कहा था कि अभियान को विदेशी हैकर्स द्वारा निशाना बनाए जाने की बात कही थी. वहीं रिपब्लिकन उम्मीदवार द्वी डोनाल्ड ट्रंप की प्रचार टीम ने ईरान पर हैक करने का आरोप लगाया था.


हैरिस प्रचार टीम के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया, 'जुलाई में, अभियान की कानूनी और सुरक्षा टीमों को एफबीआई द्वारा सूचित किया गया था कि हम एक विदेशी साइबर अटैक के टारगेट थे.' उन्होंने कहा कि हमारे पास मजबूत साइबर सुरक्षा उपाय हैं इसलिए हमारे सिस्टम के किसी भी सुरक्षा उल्लंघन के बारे में हमें जानकारी नहीं है.


गूगल की टीम ने और क्या कहा?
रिपोर्ट में कहा गया है कि Google की टीम को राष्ट्रपति जो बिडेन, उपराष्ट्रपति हैरिस और ट्रंप से जुड़े व्यक्तियों के पर्सनल अकाउंट पर APT42 द्वारा साइबर अटैक के असफल प्रयास देखने को मिल रहे हैं.


इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने सोमवार को ईरान को चुनाव में हस्तक्षेप करने के परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी. बता दें ट्रम्प प्रचार टीम ने कहा था कि उन पर साइबर अटैक हुआ है.