नई दिल्ली: अमेरिका के पत्रकार डेनियल पर्ल (Daniel Pearl) की हत्या के मामले में बड़ी खबर सामने आई है. पाकिस्तान (Pakistan) की सिंध हाईकोर्ट ने गुरुवार को हत्या के मुख्य आरोपी अहमद उमर सईद शेख की सजा को कम कर दिया है. शेख को पहले कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी लेकिन अब इस सजा को कम कर दिया गया है और शेख को 7 साल की सजा दी गई है. इसके अलावा बाकी के तीन आरोपियों को जेल से रिहा कर दिया गया है. इन तीनों को पहले उम्रकैद की सजा मिली थी. इन तीनों का नाम फहद नसीम, सलमान साकिब और आदिल है. 


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शेख के वकील ने कहा कि शेख बीते 18 साल से जेल में है इसलिए उसकी रिहाई के आदेश कुछ ही समय में आ जाएंगे और वो कुछ दिन में रिहा हो जाएगा.  


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बता दें कि पर्ल की हत्या के बाद शेख ने पाकिस्तानी आर्मी के अधिकारी ब्रिगेडियर एजाज शाह के सामने सरेंडर कर दिया था. शाह इस समय पाकिस्तान सरकार में गृह मंत्री हैं. शेख को जेल से बाहर निकालने में एजाज शाह और ISI का अहम रोल माना जा रहा है. 


नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य तिलक देवेश्वर ने कहा, 'उमर शेख ने गिरफ्तारी से पहले ही ब्रिगेडियर एजाज शाह के सामने सरेंडर कर दिया था. एजाज जब पाकिस्तानी एजेंसी ISI के लिए काम करते थे, तब शेख उनका एजेंट था. इसलिए एजाज चाहते थे कि उनका एजेंट जेल से बाहर हो.' 


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इससे पहले पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान खान पर आरोप लगाया था कि उन्होंने डेनियल पर्ल की हत्या के मामले में कथित तौर पर शाह का नाम होने की वजह से उन्हें गृह मंत्री बनाया.  शाह को गृह मंत्री बनाने पर बिलावल ने इमरान खान पर निशाना साधते हुए कहा था कि आप इंटरनेशनल कम्यूनिटी को आखिर क्या संदेश देना चाहते हैं.