N Korean troops in platoon-level units: दक्षिण कोरिया के रक्षा प्रमुख ने गुरुवार को कहा कि रूस में तैनात उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूसी सेना में प्लाटून स्तर पर तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि इस बात की प्रबल संभावना है कि इन सैनिकों को खतरनाक क्षेत्रों में 'तोप के चारे' के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा. योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने यह टिप्पणी संसदीय रक्षा समिति के एक सत्र के दौरान की. सत्तारूढ़ पार्टी के एक सांसद ने उनसे इस खुफिया जानकारी की पुष्टि करने को कहा था कि क्या उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूसी सेना के प्लाटूनों के समूहों में शामिल किया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

किसने किया ये खुलासा?
किम ने कहा, "यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि युद्ध का नेतृत्व रूस कर रहा है. रूसी सैन्य इकाइयों के प्रमुख उत्तर कोरियाई सैनिकों को सबसे खतरनाक और कठिन क्षेत्रों में भेजने का अधिकार रखते हैं." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 'तोप का चारा' इस पूरी स्थिति का सही वर्णन है. इससे पहले यूक्रेनी अधिकारियों ने यह दावा किया था कि रूस में तैनात उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूसी सैन्य इकाइयों में शामिल कर लिया गया है. किम ने अपने इस रुख की भी पुष्टि की कि दक्षिण कोरिया को यूक्रेन में एक सैन्य निगरानी दल भेजना चाहिए.


अब दक्षिण कोरिया कैसे किम जोंग से लेगा टक्कर
सोल द्वारा कीव को हथियार मुहैया कराए जाने की संभावना के संबंध में किम ने कहा कि दक्षिण कोरिया इस मुद्दे पर कोई कदम उठाने की जगह 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करेगा.' बुधवार को कीव के रक्षा मंत्री के नेतृत्व में एक यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति यूं सुक येओल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिन वोन-सिक और रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून के साथ बातचीत के लिए दक्षिण कोरिया का दौरा किया. राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग पर खुफिया जानकारी साझा की और सुरक्षा खतरों के लिए संयुक्त प्रतिक्रियाओं पर चर्चा की. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका कि क्या प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण कोरिया से हथियार सहायता का अनुरोध किया था. इनपुट आईएएनएस से भी