Justin Trudeau: दिलजीत दोसांझ के कंसर्ट में अचानक पहुंचे ट्रूडो ने ऐसा क्या कह दिया कि हो गए ट्रोल? BJP ने भी सुनाई खरी-खरी
Justin Trudeau Comment on India: पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ ने कनाडा के ओंटारियो में रविवार को कंसर्ट किया, जिसमें हजारों लोग जुटे. इस कंसर्ट में अचानक पहुंचे कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने अचानक कुछ ऐसा कह दिया कि कनाडा से लेकर भारत तक बुरी तरह ट्रोल हो गए.
Diljit Dosanjh Concert in Ontario: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में मुंह की खा चुके कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर भारत को चिढ़ाने वाली हरकत की. उन्होंने कनाडा के ओंटारिया में कंसर्ट करने पहुंचे पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ की तारीफ तो की लेकिन साथ ही भारत पर तंज भी कस दिया. ऐसा करके उन्होंने भारत को नीचा दिखाने की कोशिश की लेकिन उनका यह दांव उल्टा पड़ गया और सोशल मीडिया पर इंटरनेट यूजर्स ने उनकी मिट्टी पलीद कर दी. बीजेपी ने भी ट्रूडो की नीयत पर सवाल उठाते हुए हमला बोल दिया.
समझें क्या था मामला?
हुआ यूं कि दिलजीत दोसांझ रविवार को कनाडा के ओंटारियो में थे. वहां के डाउनटाउन टोरंटो के एक स्टेडियम रोजर्स सेंटर में उनका कंसर्ट होना था. इस कंसर्ट के लिए दोसांझ मंच पर पहुंच चुके थे. उससे पहले ही कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अचानक वहां पहुंच गए. उन्होंने दिलजीत दोसांझ से हाथ मिलाते हुए उनकी प्रशंसा की लेकिन इसके साथ ही वह शब्दों का खेल कर भारत पर तंज भी कस गए.
ट्रूडो ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करके कहा, 'दिलजीत दोसांझ को उनके शो से पहले शुभकामनाएं देने के लिए रोजर्स सेंटर में रुका. कनाडा एक महान देश है, जहां पंजाब का एक लड़का इतिहास बना सकता है और स्टेडियम की सारी टिकटें बिकवाने का माद्दा रखता है. विविधता सिर्फ हमारी ताकत नहीं है बल्कि यह एक महाशक्ति है.'
दोसांझ को बताया पंजाब का लड़का
अपनी इस पोस्ट में ट्रूडो ने कहीं भी भारत का नाम नहीं लिया और दिलजीत दोसांझ को भारत के बजाय पंजाब का लड़का बताया. जबकि पंजाब भारत का ही एक छोटा सा प्रांत है. ऐसा करके उन्होंने जहां कनाडा में प्रभावी खालिस्तानी समर्थकों को खुश होने का मौका दे दिया, वहीं भारत को भी नीचा दिखाने की कोशिश की.
ट्रूडो की इस हरकत पर हमला बोलते हुए बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि उन्होंने भारत का नाम नहीं लिया और ऐसा करके उन्होंने अपने पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है.
ट्रूडो ने अपने पद की गरिमा खोई- सिरसा
ट्रूडो के पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए सिरसा ने लिखा, 'दिलजीत दोसांझ का कॉन्सर्ट अच्छा था. कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने दिलजीत के साथ जो तस्वीर पोस्ट की थी, उससे हम सभी को बहुत गर्व महसूस हुआ. बाद में जब उन्होंने (कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो) दिलजीत दोसांझ के लिए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं, तो उन्होंने भारत का नाम लेना भी जरूरी नहीं समझा.'
मनजिंदर सिरसा ने आगे लिखा, 'एक प्रधानमंत्री को ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इस पद की बहुत बड़ी गरिमा होती है. उन्हें उस गरिमा को बनाए रखना चाहिए था और उसी के अनुरूप ट्वीट करना चाहिए था.'
शब्दों के जरिए भारत को चिढ़ाने की कोशिश
उन्होंने ट्रूडो के पोस्ट में भारत का नाम न लेने को शब्दों के खेल के जरिए जानबूझकर की गई शरारत बताया था. सिरसा ने ट्रूडो की पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, मुझे इसे सही करने दीजिए, श्रीमान प्रधान मंत्री, जहां भारत का एक व्यक्ति इतिहास बना सकता है और स्टेडियम की सारी टिकटें बिकवाने का माद्दा रखता है.
सिरसा ने ट्रूडो को आइना दिखाते हुए कहा, 'आपने दिलजीत दोसांझ जैसे शानदार कलाकार की सराहना की, लेकिन शब्दों के जरिए जानबूझकर की गई आपकी शरारत से यह पहल पूरी तरह फीकी पड़ गई है. हाल ही में उन्हें इम्तियाज अली की फिल्म 'अमर सिंह चमकीला' में मुख्य भूमिका निभाते हुए देखा गया था.'
अपनी ग्लोबल बेइज्जती से उबर नहीं पा रहे ट्रूडो
बताते चलें कि जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल दिल्ली में हुई जी- 20 समिट से लौटने के बाद भारत पर बड़ा आरोप जड़ दिया था. उन्होंने कनाडा की संसद में आरोप लगाया था कि कनाडा में रह रहे खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ था.
उन्होंने उस हत्या में पुख्ता सबूत होने का दावा भी किया था. भारत ने ट्रूडो के इस दावे को बेतुका बताते हुए सबूतों की मांग की थी. लेकिन कनाडा सरकार वह मुहैया नहीं करवा पाई. ट्रूडो की इस बयानबाजी के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध अभी तक पटरी से उतरे हुए हैं.
(एजेंसी एएनआई)