डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी मीडिया को बताया देश का `सबसे बड़ा दुश्मन`
ट्रंप ने सिंगापुर शिखर वार्ता से लौटने के बाद ट्वीट कर कहा, ‘‘फेक न्यूज, खासतौर से एनबीसी और सीएनएन, उत्तर कोरिया के साथ समझौते को कमतर करके बताने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.’’
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ अपनी ऐतिहासिक शिखर वार्ता को लेकर मीडिया की संशय वाली कवरेज को चुनौती देते हुए कहा कि ‘‘ फर्जी खबरें ’’ देश की ‘‘ सबसे बड़ी दुश्मन ’’ हैं. राष्ट्रपति ने बुधवार (13 जून) को वॉशिंगटन पहुंचने के कुछ घंटों बाद यह ट्वीट किया जिसने फरवरी 2017 के उनके उस ट्वीट को याद दिला दिया जिसमें उन्होंने कई प्रमुख समाचार संगठनों को ‘‘अमेरिकी लोगों का दुश्मन’’ बताया था.
ट्रंप ने सिंगापुर शिखर वार्ता से लौटने के बाद ट्वीट कर कहा, ‘‘फेक न्यूज, खासतौर से एनबीसी और सीएनएन, उत्तर कोरिया के साथ समझौते को कमतर करके बताने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘500 दिन पहले वे इस समझौते के लिए इस तरह गुहार लगा रहे होते मानो युद्ध छिड़ने वाला है. हमारे देश की सबसे बड़ी दुश्मन फर्जी खबरें हैं जिन्हें मूर्ख आसानी से गढ़ लेते हैं.’’
ट्रंप का ट्वीट न्यूयॉर्क टाइम्स की उस खबर के बाद आया है जिसमें ट्रंप प्रशासन में वैज्ञानिक विशेषज्ञता के अभाव और कनाडा में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अमेरिकी मीडिया की ईमानदारी पर ट्रंप द्वारा सवाल खड़े करने की बात की गई है.
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वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार (13 जून) को घोषणा की कि किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के बाद उत्तर कोरिया अब अमेरिका के लिए कोई परमाणु खतरा नहीं है. ट्रम्प ने वापस वॉशिंगटन पहुंचते ही ट्वीट किया, ‘‘अभी-अभी पहुंचा हूं, लेकिन मेरे कार्यभार संभालने के दिन के मुकाबले अब हर कोई अधिक सुरक्षित महसूस कर रहा है.’’
उन्होंने यह भी कहा कि किम के साथ मुलाकात रोचक थी और यह अत्यंत सकारात्मक अनुभव था. भविष्य के लिए उत्तर कोरिया के पास काफी संभावना है. ट्रम्प ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अमेरिका के लिए उत्तर कोरिया अब कोई परमाणु खतरा नहीं है. अमेरिकियों और शेष दुनिया को ‘‘आज रात चैन की नींद सोना चाहिए.’’