नई दिल्ली: इजरायल में 17 सितंबर को फिर से आम चुनाव होना है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस बार चुनाव में बहुमत साबित करने के लिए जुटे हुए हैं. नेतन्याहू ने चुनाव प्रचार का एक अनोखा तरीका खोजा है. वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोस्ती के नाम पर इजरायल में लोगों से अपने पक्ष में वोट मांग रहे हैं. इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी और खुद की तस्वीर की होर्डिंग इमारतों पर प्रचार के लिए लगवाई है. इस तरह की होर्डिंग लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इसके अलावा बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्‍ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी अपनी तस्वीरों की होर्डिंग प्रचार के लिए लगवाई है.


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इस होर्डिंग के जरिए नेतन्याहू दुनिया के नेताओं के साथ अपने देश के संबधों को मजबूती को इजरायल में दिखा रहे हैं. नेतन्याहू ने नौ अप्रैल को हुए चुनाव में रिकॉर्ड पांचवीं बार उल्लेखनीय जीत हासिल की थी, लेकिन वे एक सैन्य विधेयक को लेकर गतिरोध के कारण गठबंधन करने में नाकाम रहे थे. जिसके बाद इजराइली सांसदों ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए संसद को भंग करने के पक्ष में मतदान किया था. इसके बाद 17 सितंबर को दोबारा आम चुनाव कराए जाने की घोषणा हुई थी. 



बेंजामिन नेतन्याहू अभी हाल में इजराइल में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री बने हैं. इससे पहले यह कीर्तिमान देश के संस्थापक रहे डेविड बेन गुरियन के नाम था. इजराइल को अस्तित्व में आए 25,981 दिन हुए हैं, जिनमें से आज तक के अपने कार्यकाल में नेतन्याहू 4,873 दिनों तक देश के प्रधानमंत्री के पद पर बने हुए हैं.


नेतन्याहू को पाचवीं बार के लिए इस साल प्रधानमंत्री चुना गया लेकिन सरकार बनाने में असमर्थ रहने के चलते उन्होंने फिर से चुनाव में जाने का फैसला किया है. नेतन्याहू वर्तमान में भ्रष्टाचार को लेकर परेशानियों का सामना कर रहे हैं और उनके इस्तीफे की मांग भी की जा रही है. प्रधानमंत्री ने अपने ऊपर लगाए गए सारे आरोपों से इनकार करते हुए इन्हें राजनीति से प्रेरित बताया है.