Gurpatwant Singh Pannu News: भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कथित असफल हत्या की साजिश की जांच में भारत और अमेरिका मिलकर काम कर रहे हैं. एएनआई को दिए एक एक इंटरव्यू में गार्सेटी ने इस बात पर जोर दिया कि लक्ष्मण रेखा को पार नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने माना कि कोई भी देश और किसी भी देश का कोई भी कर्मचारी किसी विदेशी नागरिक की हत्या के प्रयास में शामिल नहीं हो सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

असल में एरिक का यह मानना है कि दोनों देशों को अपनी लक्ष्‍मण रेखा को पार नहीं करना चाह‍िए. गुरपतवंत सिंह पन्नू पर सवालों का जवाब देते हुए एरिक गार्सेटी ने कहा कि अमेरिकी स‍िस्‍टम 'बेहतर या खराब' अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करता है.


यह एक रेड लाइन है..
गार्सेटी ने कहा कोई भी देश, जिसकी सरकार का कोई सक्रिय सदस्य किसी दूसरे देश में उसके किसी नागरिक की हत्या करने की कोशिश में शामिल हो, यह एक रेड लाइन है. यह संप्रभुता का बुनियादी मुद्दा है. यह अधिकारों का एक बुनियादी मुद्दा है. भारत के खिलाफ पन्नू द्वारा बार-बार जारी की गई धमकियों का जिक्र करते हुए, अमेरिकी राजदूत ने कहा कि अमेरिका स्वतंत्रता की रक्षा करता है.


भारत को लेकर धमकियां..
मालूम हो कि गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत की ओर से आतंकवादी घोष‍ित क‍िया हुआ है. उसके पास अमेरिकी और कनाडाई नागरिकता है. उसकी तरफ से लगातार भारत को लेकर धमकियां दी जाती रहती हैं.  


वहीं अमेरिकी राजदूत का यह इंटरव्यू जो बाइडन सरकार के यह कहे जाने के बाद आया है कि अमेरिका, अमेरिकी धरती पर खालिस्तानी आतंकवादियों को मारने की साजिश के लिए जिम्मेदार लोगों को पता लगाने के लिए भारत सरकार के साथ काम कर रहा है. अब देखना होगा कि इसका परिणाम क्या निकलकर सामने आता है.