Bird Flu H5N2 Variant: इस देश में हुई बर्ड फ्लू से पहली मौत, WHO ने किया कन्फर्म, जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज
First Human Case of H5N2 Bird Flu: WHO के अनुसार, `यह विश्व स्तर पर इन्फ्लूएंजा ए (H5N2) वायरस से संक्रमण का पहला लेबोरेटरी कनफर्म मानव केस है.
H5N2 Bird Flu: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मेक्सिको (Mexico) में हुई एक व्यक्ति की मौत को बर्ड फ्लू के H5N2 वेरिएंट से संक्रमित दुनिया का पहला मानव केस बताया. रॉयटर्स के मुताबिक WHO ने बुधवार को कहा कि अप्रैल में मैक्सिको में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी, जिसे पहले से स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं थीं और वह बर्ड फ्लू से संक्रमित हो गया था.
बयान में कहा कि व्यक्ति वायरस के संपर्क में कैसे आया यह पता नहीं चल पाया. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सामान्य आबादी के लिए बर्ड फ्लू वायरस का खतरा कम बताया है.
‘पहला लेबोरेटरी कनफर्म मानव केस’
WHO के अनुसार, 'यह विश्व स्तर पर इन्फ्लूएंजा ए (H5N2) वायरस से संक्रमण का पहला लेबोरेटरी कनफर्म मानव केस है. इसके साथ ही यह मैक्सिको में किसी व्यक्ति में एवियन एच5 वायरस का पहला मामला है.
WHO ने कहा, 'हालांकि इस मामले में वायरस के संपर्क का स्रोत फिलहाल अज्ञात है, लेकिन मेक्सिको में पोल्ट्री में ए(एच5एन2) वायरस पाए जाने की सूचना मिली है.' मेक्सिको के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी एक बयान में कहा कि संक्रमण के स्रोत की पहचान नहीं की जा सकी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि मेक्सिको स्टेट के 59 वर्षीय निवासी को मेक्सिको सिटी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बुखार, सांस लेने में तकलीफ, दस्त, मतली और सामान्य बेचैनी के कारण 24 अप्रैल को उनकी मृत्यु हो गई.
अमेरिकी मामलों से अलग है यह केस
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह मामला संयुक्त राज्य अमेरिका में H5N1 बर्ड फ्लू के प्रकोप से संबंधित नहीं है, जिसने अब तक तीन डेयरी फार्म श्रमिकों को संक्रमित किया है.
WHO ने कहा कि पीड़ित का पोल्ट्री या अन्य जानवरों के संपर्क में आने का कोई इतिहास नहीं था, लेकिन उसे कई अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियां थीं और तेज लक्षणों की शुरुआत से पहले, अन्य कारणों से वह तीन सप्ताह तक बिस्तर पर पड़ा रहा था. मेक्सिको के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि व्यक्ति को क्रोनिक किडनी रोग और टाइप 2 डायबिटीज था.
मार्च में, मेक्सिको की सरकार ने देश के पश्चिमी मिचोआकेन राज्य में एक अलग-थलग फैमिली यूनिट में ए (एच5एन2) के प्रकोप की सूचना दी. सरकार ने कहा कि ये केस दूर-दराज के व्यावसायिक खेतों या मानव स्वास्थ्य के लिए कोई जोखिम नहीं दर्शाता है.
अप्रैल में हुई मौत के बाद, मैक्सिकन अधिकारियों ने वायरस की मौजूदगी की पुष्टि की और मामले की सूचना WHO को दी.
‘व्यक्ति-से-व्यक्ति संक्रमण का कोई सबूत नहीं’
मेक्सिको के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मामले में व्यक्ति-से-व्यक्ति संक्रमण का कोई सबूत नहीं मिला है और पीड़ित के घर के पास के खेतों की निगरानी की जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय और WHO ने कहा कि व्यक्ति के संपर्क में आए अन्य लोगों की बर्ड फ्लू जांच नेगेटिव पाई गई.
H5N2 बर्ड फ्लू संक्रमण के क्या कारण हैं?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आमतौर पर, एनिमल इन्फ्लूएंजा वायरस जानवरों में फैलता है, लेकिन मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है. संक्रमित जानवरों या दूषित वातावरण के संपर्क में आने पर मनुष्य को संक्रमण हो सकता है.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि मूल मेजबान के आधार पर, इन्फ्लूएंजा ए वायरस को एवियन इन्फ्लूएंजा, स्वाइन इन्फ्लूएंजा या अन्य प्रकार के पशु इन्फ्लूएंजा वायरस के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है.
H5N2 बर्ड फ्लू संक्रमण के लक्षण क्या हैं?
मनुष्यों में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस संक्रमण हल्के से लेकर गंभीर ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण (Upper Respiratory Tract Infections) का कारण बन सकता है और घातक हो सकता है. WHO के अनुसार, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, जठरांत्र संबंधी लक्षण, एन्सेफलाइटिस और एन्सेफैलोपैथी की भी रिपोर्ट की गई है.
बर्ड फ्लू के मुख्य लक्षण बहुत जल्दी दिखाई दे सकते हैं और इनमें शामिल हैं: - बहुत अधिक बुखार या गर्मी या कंपकंपी महसूस होना, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, खांसी या सांस लेने में तकलीफ होना. इसके अलावा दस्त, बीमारी, पेट में दर्द, सीने में दर्द, नाक और मसूड़ों से खून आना, भी अन्य शुरुआती लक्षणों में शामिल हो सकते हैं. आमतौर पर संक्रमित होने के बाद पहले लक्षण दिखने में 3 से 5 दिन लगते हैं.
H5N2 बर्ड फ्लू संक्रमण का इलाज
कुछ एंटीवायरल दवाएं, वायरल रेप्लिकेशन की अवधि को कम कर सकती हैं और कुछ मामलों में जीवित रहने की संभावनाओं को बेहतर बना सकती हैं.
ग्लोबल स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा, ‘मनुष्यों में इन्फ्लूएंजा A(H5) वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कोई विशिष्ट टीके नहीं हैं. महामारी की तैयारी में मनुष्यों में A(H5) संक्रमण को रोकने के लिए कैंडीडेट वैक्सीन विकसित किए गए हैं.’
File photo courtesy: Reuters