Afghanistan: तालिबानी अधिकारी का बड़ा बयान, लड़कियों को फिर से दाखिला देने के लिए विश्वविद्यालय तैयार लेकिन...
Afghanistan News: तालिबान ने पिछले साल दिसंबर में महिलाओं के विश्वविद्यालय जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था. अगस्त 2021 में तालिबान ने सत्ता में आते ही लड़कियों के छठी कक्षा से ज्यादा पढ़ाई करने पर प्रतिबंध लगा दिया था.
Taliban News: अफगानिस्तान के विश्वविद्यालय तालिबान के सर्वोच्च नेता हिब्तुल्ला अखुंदजादा की मंजूरी मिलने पर लड़कियों को दोबारा दाखिला देने के लिए तैयार हैं. एक अधिकारी ने शनिवार को यह बात कही. अफगानिस्तान के उच्च शिक्षा मंत्रालय के एक सलाहकार मौलवी अब्दुल जब्बार ने कहा कि अगर अखुंदजादा प्रतिबंध हटाने का आदेश दें, तो विश्वविद्यालय लड़कियों को दोबारा दाखिला देने के लिए तैयार हैं.
जब्बार ने कहा कि वह यह नहीं बता सकते कि यह कब होगा और महिलाओं के विश्वविद्यालय में दाखिला लेने पर प्रतिबंध हटाया जाएगा भी या नहीं.
‘सभी नेता इस पक्ष में’
जब्बार ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया, ‘अखुंदज़ादा ने आदेश दिया कि विश्वविद्यालय बंद कर दिए जाएं, इसलिए वे बंद हो गए, जब वह इन्हें फिर से खोलने के लिए कहेंगे, वे तभी खुलेंगहे. हमारे सभी नेता (लड़कियों की शिक्षा फिर से शुरू करने) के पक्ष में हैं, यहां तक कि हमारे मंत्री भी इसके पक्ष में हैं.’
क्या तालिबान के भीतर हैं अलग-अलग राय?
जब्बार ने कहा कि वह आखिरी बार अखुंदजादा से सात या आठ साल पहले मिले थे. उन्होंने अफगानिस्तान में 10 साल के सोवियत युद्ध के दौरान रूसियों के खिलाफ उनके साथ लड़ाई लड़ी और 27 साल तक तालिबान का हिस्सा रहे. उन्होंने कहा, ‘यह केवल हमारी आज्ञाकारिता (अखुंदज़ादा के प्रति) के कारण है कि हम उनके आदेशों का पालन कर रहे हैं.’
जब्बार की टिप्पणियाँ निर्णय लेने की प्रक्रिया और अखुंदज़ादा के आदेशों के बारे में तालिबान के भीतर अलग-अलग राय का एक और संकेत है. हालांकि मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने विभाजन की रिपोर्टों को तुरंत खारिज कर दिया है. वे यह भी दावा करते हैं कि अखुंदज़ादा का तालिबान पर अधिकार है.
महिलाओं की शिक्षा पर बैन लगाने वाला एकमात्र देश
बता दें, तालिबान ने पिछले साल दिसंबर में महिलाओं के विश्वविद्यालय जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसकी दुनियाभर में आलोचना हुई थी.
अगस्त 2021 में तालिबान ने सत्ता में आते ही लड़कियों के छठी कक्षा से ज्यादा पढ़ाई करने पर प्रतिबंध लगा दिया था. महिलाओं की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने वाला अफगानिस्तान दुनिया का एकमात्र देश है.
(इनपुट – न्यूज एजेंसी- भाषा)