जोहान्सबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, जुलू के राजा गुडविल ज्वालिथिनी और आध्यत्मिक गुरु स्वामी शिवानंद के सम्मान में डरबन के एक सार्वजनिक पार्क में गुरुवार को तीनों हस्तियों के एक स्मारक का अनावरण किया गया.


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भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी परोपकारी शख्स और व्यवसायी ईश्वर रामलक्ष्मण द्वारा शुरू की गई एक परियोजना के तहत पहले मंडेला और ज्वेलिथिनी की एक साथ प्रतिमाएं बनाई गई, जिसमें बाद में शिवानंद शांति स्तंभ भी जोड़ दिया गया.


रामलक्ष्मण को भी जुलू किंग के एक दत्तक पुत्र के रूप में मान्यता मिली है, जिन्हें माबेका जुलू की उपाधि प्राप्त है.


परियोजना के संयोजक ईश्वर रामलक्ष्मण (फोटो साभार-http://sivanandaworldpeacefoundation.org)

इस मौके पर रामलक्ष्मण ने कहा, ‘‘मैं 20 साल की उम्र से ही जुलू के राजा और जुलू राष्ट्र से जुड़ा हुआ हूं. मुझे डॉ. नेल्सन मंडेला की सादगी और समाज में दिए गए उनके योगदान ने आकर्षित किया और शांति के इस स्मारक को बनाकर उनका सम्मान करने का फैसला किया.’’ 


ज्वेलिथनी ने पूरे क्वाजुल्लू-नेटाल प्रांत में 14 शिवानंद शांति स्तंभों को स्थापित करने के लिए रामलक्ष्मण की प्रशंसा की थी.


रामलक्ष्मण ने कहा, ‘‘शिवानंद शांति स्तंभ विविधता में एकता का एक प्रतीक है. वे प्रेरणा के स्रोत हैं और इस बात को याद दिलाने वाले कि शांति और प्रेम को अपनी मानवीय सीमाओं से ऊपर रखना चाहिए.’’ 


उन्होंने इस परियोजना के समर्थन के लिए दलाई लामा का भी आभार जताया.