वाशिंगटन: अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता को फिर से शुरू करने में अपनी किसी भी प्रकार की भूमिका से इंकार करते हुए कहा है कि दोनों पड़ोसी देश अपने आपसी तनाव को कम करने के लिए स्वयं कदम उठाएंगे और अपने संबंधों को लेकर स्वयं निर्णय लेंगे।


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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने सोमवार को कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के संबंध दो देशों के बीच का मामला है। लेकिन,  हम निश्चित ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम होते देखना चाहते हैं।’  टोनर ने कहा, ‘ यह क्षेत्र और विश्व में सभी के हित में होगा। इसलिए दोनों देशों के बीच जो भी वार्ता हो सकती है या जो भी तनाव कम हो सकता है, हम उसे प्रोत्साहित करेंगे।’भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) के बीच 23 और 24 अगस्त को निर्धारित बैठक नहीं हो सकी थी,  क्योंकि पाकिस्तान ने अंतिम समय में इसमें भाग नहीं लेने का फैसला किया था।


भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस्लामाबाद को यह अल्टीमेटम दिया था कि पाकिस्तान कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के साथ मुलाकात नहीं करने की प्रतिबद्धता जताए जिसके बाद पाकिस्तान ने वार्ता रद्द कर दी थी। अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान से पूर्व में भी रचनात्मक वार्ता के जरिए पुराने मुद्दों को सुलझाने की अपील की है। अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने हाल में कहा था कि वह चाहते हैं कि दोनों देश अपने अपने मुद्दों को सुलझाने के लिए रचनात्मक बातचीत के जरिए ‘मिलकर काम’ करना जारी रखें।