Putin on India: रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने मंगलवार को ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस के अलेक्जेंडर हॉल में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपना परिचय पत्र सौंपा. कई अन्य देशों के राजदूतों के साथ विनय कुमार जब अपना परिचय पत्र पुतिन को सौंपने जा रहे थे उससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत और रूस के गहरे रिश्तों पर बड़ी बात कह दी. पुतनि ने कहा कि रूस-भारत संबंध रणनीतिक विशेषाधिकार प्राप्त साझेदारी के नए स्तर पर पहुंचे हैं. यह पहली बार नहीं जब भारत और रूस के गहरे रिश्तों पर इस तरह की टिप्पणी की गई हो इससे पहले भी कई बार ऐसे मौके आ चुके हैं. 


पीएम मोदी ने भी की बड़ी टिप्पणी:


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इससे पहले हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रूस और भारत के रिश्तों पर बड़ा बयान दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में रूस के साथ भारत के संबंधों की सराहना की. उन्होंने आगे लिखा,'राष्ट्रपति पुतिन के साथ शानदार मुलाकात हुई. भारत-रूस संबंध बहुत गहरे हैं.' उनकी पोस्ट में आगे लिखा गया,'बातचीत विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत करने पर केंद्रित थी.'



रूस में हुए ब्रिक्स में पीएम मोदी ने हिस्सा:


रूस ने पिछले महीने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया था. पीएम मोदी ने 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए जुलाई में रूस का दौरा भी किया था. यात्रा के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के विकास और दोनों देशों के लोगों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए पीएम मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' से सम्मानित किया. 


इस दौरान विनय कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कज़ान शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिक्स सदस्य देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें पर अहम अपडेट दिए. विनय कुमार ने शिखर सम्मेलन के लिए दुनिया के शीर्ष नेताओं के इकट्ठा होने के महत्व और भारत तथा वैश्विक व्यवस्था के लिए ब्रिक्स के महत्व के बारे में बात की. 16वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-23 अक्टूबर को रूस की अध्यक्षता में कज़ान में हुआ था. विनय कुमार ने इस बात पर रोशनी डाली कि शिखर सम्मेलन आर्थिक सहयोग, जलवायु परिवर्तन और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा.



कौन हैं विनय कुमार?


1992 बैच के भारतीय विदेश सेवा अधिकारी विनय कुमार को इस साल मार्च में रूसी संघ में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया था. इससे पहले वे म्यांमार में भारत के राजदूत के तौर पर जिम्मेदारियां निभा रहे थे. रूस में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'राजदूत विनय कुमार ने आज ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस के अलेक्जेंडर हॉल में रूसी संघ के राष्ट्रपति श्री व्लादिमीर पुतिन को अपना परिचय पत्र सौंपा.' आईआईटी-खड़गपुर से ग्रेजुएट विनय कुमार 2018-20 तक काबुल में भारत के राजदूत रहे. उन्होंने विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (दक्षिण) के रूप में भी काम किया और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में भी काम किया. वाशिंगटन, लंदन, टोक्यो और कैनबरा के साथ मॉस्को एक भारतीय राजनयिक के लिए शीर्ष पोस्टिंग में से एक है.